कानपुर में भारत व न्यूजीलैंड के बीच वन डे सीरीज की निर्णायक जंग आज
कानपुर में अभी तक भारत ने 13 एकदिवसीय मैच खेले हैं, जिसमें से नौ में बाजी उसके हाथ लगी है। चार में उसको हार का स्वाद चखने को मिला है।
कानपुर (जेएनएन)। गुनगुनी ठंड के बीच कानपुर के ग्रीन पार्क स्टेडियम में आज भारत व न्यूजीलैंड के बीच तीन एकदिनी मैचों की सीरीज का निर्णायक मैच खेला जाएगा। चंद घंटो बाद होने वाले इस हाईवोल्टेज मुकाबले में अगर मेजबान भारत जीत जाता है तो वह लगातार सात सीरीज अपने नाम कर लेगा। किवी टीम भारत के इस सपने को तोडऩे के मूड में हैं।
कानपुर में अभी तक भारत ने 13 एकदिवसीय मैच खेले हैं, जिसमें से नौ में बाजी उसके हाथ लगी है। चार में उसको हार का स्वाद चखने को मिला है। करीब दो वर्ष पहले 2015 में यहां टीम इंडिया की आखिरी भिड़ंत दक्षिण अफ्रीका से हुई थी जिसमें रोहित के 150 रनों के बावजूद उसे हार मिली। 2016 जून के बाद से भारत लगातार छह द्विपक्षीय वनडे सीरीज जीत चुकी है। उसकी निगाह सातवीं सीरीज पर है। मुकाबला कांटे का होने की उम्मीद है। रविवार को अवकाश होने के कारण यहां पर आज भारी भीड़ उमडऩे की उम्मीद है।
कानपुर में आज भारत व न्यूजीलैंड के बीच तीन वनडे मैचों की सीरीज का अंतिम और निर्णायक मुकाबला खेला जाएगा। दोनों टीमें इस सीरीज में एक-एक मैच जीत कर बराबरी पर हैं, ऐसे में दोनों टीमों के पास इस सीरीज को जीतने का मौका होगा। मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेले गए पहले मैच में न्यूजीलैंड ने भारत को छह विकेट से मात दी थी और सीरीज में 1-0 की बढ़त बनाई थी। पुणे वनडे में किवी टीम के पास सीरीज जीतने का मौका था, लेकिन भारतीय टीम ने पहले मैच में हार के बाद जोरदार वापसी करते हुए किवी टीम को छह विकेट से हरा कर सीरीज 1-1 की बराबरी पर ला दिया। पिछला मैच जीतने के कारण का मनोबल काफी ऊंचा है। आज होने वाले फाइनल मुकाबले में जीत के लिए भारत कोई कसर नहीं छोड़ेगा।
दोनों टीमों के लिए यह मुकाबला कई लिहाज से अहम है। भारत अपने घर में सीरीज की हार से बचना चाहेगा, वहीं किवी टीम इस स्वर्णिम मौके को भुनाने की पूरी कोशिश में होगी। भारत को उसके घर में सीरीज में मात देना किवी टीम को विश्व क्रिकेट में एक नया मुकाम दे सकता है यह वह भलीभांति जानती है। भारत को घर में आखिरी बार दक्षिण अफ्रीका ने 2015-16 में पांच वनडे मैचों की सीरीज में 3-2 से हराया था। किवी टीम को अपने पिछले दौरे में भारत ने वनडे सीरीज में 3-2 से मात दी थी. इससे पहले भारत में उसे 2010-11 में 5-0 से हार मिली थी। ऐसे में उसके पास भारत में सीरीज में जीत हासिल करने और इतिहास रचने का बेहतरीन मौका है।
पुणे पिच को लेकर हुए विवाद के बाद कानपुर के ग्रीनपार्क स्टेडियम की पिच को लेकर अतिरिक्त सावधानी बरती जा रही है। सुरक्षा कड़ी कर दी गई। मैच ग्रीनपार्क के लिए ऐतिहासिक होगा क्योंकि ये वहां खेला जाने वाले पहला डे-नाइट वनडे मैच होगा। इस मैच में ग्रीनपार्क की पिच का भी खास रोल होगा। गंगा नदी के किनारे स्थित मैदान में शाम के समय अच्छी खासी ओस रहती है। दूसरी पारी में गेंदबाजों के साथ-साथ क्षेत्ररक्षकों को भी ओस परेशान कर सकती है। गेंद के ओस में जाने से लेदर फूल जाता है और बल्ले पर रुक कर जाती है। आमतौर पर कानपुर की पिच बल्लेबाजी के मुफीद मानी जाती है। यहां तेज गेंदबाजों को ज्यादा उछाल मिलने की संभावना नहीं है। हालांकि शाम के समय यहां तेज गेंदबाजों को स्विंग मिलेगी। ग्रीन पार्क की पिच पर सफलतापूर्वक हासिल किया गया सबसे बड़ा लक्ष्य 263 का है। जब वर्ष 2013 में टीम इंडिया ने वेस्टइंडीज को पांच विकेट से हराया था। मौसम में हल्की सी ठंडक है जिसकी मदद तेज गेंदबाजों को मिलेगी।
कानपुर का ग्रीनपार्क स्टेडियम भारत के चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव का होम ग्राउंड भी है, अगर उन्हें आज खेलने का मौका मिलता है, तो वो कमाल दिखा सकते हैं। कुलदीप को पिछले मैच में बाहर बैठना पड़ा था। कुलदीप भी मैच से पहले कह चुके हैं कि अगर उन्हें आज के मैच में खिलाया जाता है तो वो अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करेंगे।
वहीं स्पिन गेंदबाजी में पुणे में चहल ने दो और अक्षर पटेल ने एक विकेट हासिल करते हुए अच्छा प्रदर्शन किया था। ऐसे में ये देखना दिलचस्प होगा कि चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव को कानपुर में अपने घरेलू मैदान में मौका मिलता है या नहीं। स्पिन विभाग में पिछले मैच में कोहली ने कुलदीप यादव को बाहर बैठा कर अक्षर पटेल को मौका दिया था।
विराट कोहली की कप्तानी वाली भारतीय टीम किवी टीम को हल्के में लेने से बचेगी। टीम की बल्लेबाजी कप्तान पर काफी हद तक निर्भर करती है। सलामी जोड़ी से अच्छी शुरुआत उसकी सबसे बड़ी चिंता है। रोहित शर्मा और शिखर धवन की जोड़ी ने भारत को अभी तक ठोस शुरुआत से वंचित रखा है। चौथे नंबर की समस्या के लिए भारत के पास दिनेश कार्तिक के रूप में एक विकल्प है। वह इस सीरीज के दोनों मैचों में खेले हैं. पहले मैच में वह पांचवें नंबर पर खेले थे, लेकिन अच्छी शुरुआत को बड़ी पारी में नहीं बदल पाए थे। उन्होंने दूसरे मैच में चौथे नंबर पर खेलते हुए अर्धशतक जड़ा था। केदार जाधव ने भी अच्छी प्रतिभा दिखाई है लेकिन वह भी अच्छी शुरुआत को बड़ी पारी में नहीं बदल पाए हैं। उन्हें भविष्य में अपनी जगह बनाए रखने के लिए बड़ी पारी की जरूरत है। कोहली इस मैच में जाधव की जगह अंतिम एकादश में मनीष पांडे को भी आजमा सकते हैं। निचले क्रम में हार्दिक पांड्या और महेंद्र सिंह धौनी के रूप में भारत के पास दो बेहतरीन खिलाड़ी हैं।
भुवनेश्वर कुमार और जसप्रीत बुमराह की जोड़ी टीम इंडिया के लिए सबसे असरदार हो गई है। पुणे में इन दोनों ने मिलकर पांच विकेट झटकते हुए न्यूजीलैंड की बल्लेबाजी को बैकफुट पर ढकेल दिया। इस साल ये दोनों एकसाथ जिन 17 वनडे में खेले हैं उनमें मिलकर 50 विकेट चटकाए हैं जो इन दोनों की मारक क्षमता दिखाती है।
भुवनेश्वर की नकल गेंदों के आगे कीवी बल्लेबाज बेबस नजर आए थे तो बुमराह की सटीक यॉर्कर और धीमी गेंदों का भी उनके पास कोई जवाब नहीं था। जसप्रीत बुमराह और भुवनेश्वर कुमार किवी बल्लेबाजों के लिए सिरदर्द साबित हो सकते हैं।
किवी टीम की बात की जाए तो उसकी बल्लेबाजी मार्टिन गुप्टिल, कप्तान केन विलियमसन, रॉस टेलर और टॉम लाथम पर निर्भर है। गुप्टिल ने बल्ले से अभी तक खास योगदान नहीं दिया है, जबकि कप्तान पूरी तरह से विफल रहे हैं यह मेहमानों की बड़ी चिंता का विषय है। लाथम और टेलर ने पहले मैच में शतक और अर्धशतक जड़े थे।
सीरीज में भारत को मात देने के लिए इन चारों में से दो बल्लेबाजों का चलना किवी टीम के लिए बेहद अहम है। गेंदबाजी में ट्रेंट बाउल्ट को छोड़कर कोई और गेंदबाज अपना प्रभाव नहीं छोड़ पाया है। मिशेल सैंटनर रनों पर अंकुश लगाने में जरूर कामयाब रहे हैं, लेकिन विकेट उनके हिस्से कम ही आए हैं। ऐसे में किवी टीम के गेंदबाजी आक्रमण को भारत को रोकने के लिए संयुक्त प्रदर्शन की जरूरत है। अब देखना होगा कि आज होने वाले निर्णायक मुकाबले में कौन सी टीम बाजी मारती है।
यह भी पढ़ें: कानपुर के ग्रीन पार्क स्टेडियम में 1:30 बजे से मैच, 11 बजे से मिलेगा प्रवेश
जीत मिली तो नंबर वन होगा भारत
यदि टीम इंडिया को इस मैच में जीत मिली तो वह आइसीसी में नंबर वन रैंकिंग पर आ जाएगा। फिलहाल दक्षिण अफ्रीका 6386 प्वाइंट के साथ नंबर एक पर काबिज है, जबकि टीम इंडिया के 6217 प्वांइट हैं।
टीमें इस प्रकार हैं। भारत- विराट कोहली (कप्तान), रोहित शर्मा, शिखर धवन, अजिंक्य रहाणे, मनीष पांडेय, केदार जाधव, दिनेश कार्तिक, महेंद्र सिंह धौनी (विकेटकीपर), हार्दिक पांड्या, अक्षर पटेल, कुलदीप यादव, युजवेंद्र चहल, जसप्रीत बुमराह, भुवनेश्वर कुमार और शार्दुल ठाकुर।
न्यूजीलैंड- केन विलियम्सन (कप्तान), ट्रेंट बोल्ट, कोलिन डि ग्रैंडहोम, मार्टिन गप्टिल, मैट हैनरी, टॉम लेथम, हेनरी निकोल्स, एडम मिल्ने, कोलिन मुनरो, ग्लेन फिलिप्स, मिशेल सेंटनर, टिम साउदी, रॉस टेलर, जार्ज वर्कर और ईश सोढ़ी।