इस बार सेवानिवृत्त रेलवे के गार्ड बने साइबर ठगों के शिकार, कुछ इस तरह उड़ाई खाते से रकम Kanpur News
खुद को बैंक अधिकारी बता पिन जनरेट करने का झांसा देकर पूछ लिया ओटीपी नंबर पीडि़त ने बजरिया में मुकदमा दर्ज कराया।
कानपुर, जेएनएन। साइबर ठगों ने सेवानिवृत्त रेलवे के गार्ड से बैंक अधिकारी बनकर पिन जनरेट करने के नाम पर ब्योरा पूछा और खाते से 32 हजार की रकम वॉयलट में ट्रांसफर कर ली। मैसेज आने पर मामले की जानकारी हुई। जिस पर पीडि़त ने बजरिया थाने में आइटी एक्ट का मुकदमा दर्ज कराया है।
कुछ दिन पहले ही लिया था क्रेडिट कार्ड
बजरिया निवासी राकेश कुमार दीक्षित ने बताया कि उन्होंने कुछ समय पहले ही एसबीआइ का क्रेडिट कार्ड लिया था। बीते 18 नवंबर की शाम को उनके मोबाइल पर एक फोन आया। बात करने वाले ने खुद को क्रेडिट कार्ड विभाग का अधिकारी बताते हुए पिन जनरेट करने का झांसा देकर उनसे क्रेडिट कार्ड नंबर पूछा उसके बाद शातिर ने उनसे ओटीपी पूछकर उनके खाते से 32 हजार रुपये वॉयलट में ट्रांसफर कर लिए। कुछ देर बाद मैसेज आने पर मामले की जानकारी हुई तो बजरिया थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। थाना प्रभारी बजरिया राममूर्ति यादव ने बताया कि रिपोर्ट दर्ज की गई है।
केवाईसी अपडेट करने के नाम पर 13 हजार उड़ाए
बर्रा के जनता नगर में निवासी प्राइवेट कर्मी आशीष मिश्र को पेटीएम में केवाइसी अपडेट करने के नाम पर खाते से 13 हजार की नकदी उड़ा दी। आशीष ने बताया कि बीते 21 नवंबर को कैश बैंक पेटीएम की जानकारी के लिए हेल्पलाइन नंबर पर फोन किया था। कुछ देर बाद उसी नंबर से कॉल आयी। खुद को कस्टमर केयर कर्मी बताते हुए शातिर ने केवाईसी अपडेट करने के नाम पर उनसे डेबिट कार्ड समेत अन्य जानकारियां लीं। उसके बाद शातिर ने ओटीपी पूछकर खाते 13 हजार उड़ा दिए। पीडि़त ने बर्रा थाने में तहरीर देकर रिपोर्ट दर्ज कराई है।