सिमकार्ड बंद कराकर खाते से उड़ाए 1.62 लाख रुपये, पुलिस ने 24 दिन बाद दर्ज किया मुकदमा
लॉकडाउन में साइबर ठगों ने की वारदात पीडि़त आइटीआइ के अनुदेशक के भाई पैसे निकालने गए तो हुई जानकारी।
कानपुर, जेएनएन। साइबर ठगों ने बिठूर के टिकरा स्थित आइटीआइ के अनुदेशक विवेकराज यादव के एसबीआइ खाते में अटैच मोबाइल नंबर बंद कराकर करीब 1.62 लाख रुपये पार कर दिए। पिछले माह 30 मई को जब जौनपुर निवासी उनके भाई चेक लेकर खाते से पैसा निकालने पहुंचे तो घटना का पता लगा। पीडि़त ने एक जून को ही कल्याणपुर थाने में तहरीर दे दी थी, लेकिन 24 दिन बाद बुधवार को मुकदमा दर्ज हुआ।
जौनपुर की एसबीआइ में है खाता
जौनपुर के चांदपुर गांव निवासी विवेकराज ने बताया कि उनका एसबीआइ खाता जौनपुर में ही है। इसमें उनका एयरटेल कंपनी का मोबाइल नंबर ङ्क्षलक है। यहां वह कल्याणपुर की मिर्जापुर कॉलोनी में किराये पर रहकर आइटीआइ में नौकरी कर रहे हैं। 16 अप्रैल को अचानक उनके मोबाइल पर फोनकॉल और मैसेज आने बंद हो गए थे, लेकिन लॉकडाउन की वजह से वह कंपनी में शिकायत कर उसे ठीक नहीं करा सके।
19 अप्रैल से 29 मई के बीच कई बार किया गया ट्रांजेक्शन
इसके बाद ही 19 अप्रैल से 29 मई के बीच किसी ने कई बार में खाते से 161847 रुपये पार कर दिए। 30 मई को घर पर पैसों की जरूरत होने पर जब छोटा भाई बैंक में चेक लगाने पहुंचा तो बैलेंस न होने की बात पता लगी। फोन आने पर उन्होंने बैंक जाकर स्टेटमेंट निकलवाया तो हैरान रह गए। बैंक कर्मचारियों ने बताया कि किसी ने कई बार में ऑनलाइन रकम दूसरे खातों में ट्रांसफर की है और ऑनलाइन शॉङ्क्षपग की है।
एयरटेल कंपनी के स्टोर पर जाकर पूछताछ की तो पता लगा कि सिमकार्ड कोई और व्यक्ति इस्तेमाल कर रहा है। विवेक के मुताबिक उसी नंबर पर वह वाट्सएप भी चलाते थे। 22 मई को प्लिक्सलाइफ डॉट कॉम कंपनी से ऑनलाइन खरीदारी किए जाने का वाट्सएप मैसेज आया था, लेकिन उन्होंने ध्यान नहीं दिया। इसमें डिलीवरी का पता आशु मोहन गेस्ट हाउस कल्याणपुर लिखा था। परेशान होकर विवेक राज थाने पहुंचे। थाना प्रभारी ने बताया कि साइबर सेल की मदद से जांच की जा रही है।