सूरत की कचहरी से फरार 50 हजार का इनामी सेंट्रल स्टेशन पर दबोचा गया, दिल्ली भागने की फिराक में था
पिछले वर्ष गुजरात पुलिस की कस्टडी से भाग निकला था शातिर भाई भी गिरफ्तार।
कानपुर, जेएनएन। एसटीएफ और क्राइम ब्रांच की टीम ने यूपी व गुजरात में लूट व हत्या की कई वारदात करने वाले 50 हजार के इनामी बदमाश वसीम उर्फ बंटा को सेंट्रल स्टेशन से गिरफ्तार कर लिया। वह ट्रेन से दिल्ली जाने के लिए भाई नईम के साथ स्टेशन आया था। पुलिस ने नईम को भी पकड़ लिया। वसीम पर यूपी और गुजरात में 35 मुकदमे हैं, जिसमें हत्या के तीन केस हैं।
शहर में भी दर्ज हैं छह मुकदमे
क्राइम ब्रांच के सीओ मनोज रघुवंशी ने बताया कि पिछले वर्ष दिसंबर में गुजरात के सूरत में पेशी के दौरान वसीम उर्फ बंटा कचहरी से फरार हो गया था। कानपुर में उस पर छह मुकदमे हैं। गुजरात के नौ मामलों में वांछित है। पिछले वर्ष आइजी रेंज ने उसके खिलाफ 50 हजार का इनाम घोषित किया था। वसीम लॉकडाउन के दौरान कलक्टरगंज क्षेत्र में रह रहा था। उसने यहां भी लुटेरों का गैंग तैयार किया था। सीओ एसटीएफ तेज बहादुर सिंह ने बताया कि मंगलवार दोपहर सूचना मिली कि वसीम उर्फ बंटा अपने भाई नईम के साथ बाइक से सेंट्रल स्टेशन जा रहा है। वहां से उसे दिल्ली और फिर अहमदाबाद जाना है। एसटीएफ व क्राइम ब्रांच ने घेराबंदी कर उन्हें पकड़ लिया। आरोपित के पास यूएस मेड पिस्टल, कारतूस, फर्जी आधार, वोटर आइडी, डीएल, पासपोर्ट, टिकट व विदेशी मुद्रा रियाल मिला।
जावेद ङ्क्षरगवाला को मारी थी गोली
सीओ के मुताबिक वर्ष 2006 में वसीम पर कुख्यात गैंगस्टर जावेद ङ्क्षरगगवाला की हत्या का आरोप लगा था। उसी ने पहली गोली मारी थी। पिछले वर्ष नजीराबाद, काकादेव, ग्वालटोली व किदवईनगर में लूटपाट की ताबड़तोड़ आधा दर्जन वारदातें करके उसने सनसनी फैला दी थी।
पहचान बदल की थी सऊदी अरब की यात्रा
वसीम के गिरोह में एक दर्जन सदस्य हैं, जो अलग-अलग राज्यों व जिलों में हैं। पिछले साल वसीम फर्जी नाम, पते से पासपोर्ट बनवाकर सऊदी अरब गया था। उसने अलग-अलग नाम व हुलिये से अपने आधार कार्ड, डीएल, वोटर आइडी, पासपोर्ट बनवा रखे हैं।