CSJM University में नए सत्र से कोरोना की पढ़ाई पर विचार, कार्यपरिषद की बैठक में होगा मंथन
कुलपति का दावा-राज्य का पहला विवि होगा जहां महामारी की शुरुआत से लेकर दुनिया पर पढ़ने वाले प्रभाव के बारे छात्र जानेंगे।
कानपुर, जेएनएन। दुनिया के 100 से अधिक देशों में जिस कोरोना वायरस ने कोहराम मचा रखा है, उस महामारी की जानकारी अब छत्रपति शाहू जी महाराज विवि के छात्र-छात्राएं को पाठ्यक्रम के माध्यम से मिलेगी। विवि में नए सत्र से कोरोना की पढ़ाई शुरू होगी, यह फैसला लेने के बाद कुलपति प्रो.नीलिमा गुप्ता का दावा है प्रदेश में पहला विश्वविद्यालय होगा, जहां महामारी के वायरस की पढ़ाई सबसे कराई जाएगी।
दरअसल जब से कोरोना ने भारत समेत तमाम देशों में प्रभाव दिखाना शुरू किया और अचानक ही दुनिया इस वायरस से थम सी गई। असके बाद से ही इस पर शोध कार्य शुरू हो गए हैं। चाहे इसकी दवा तैयार करने का मामला हो, या फिर यह संक्रमण कैसे उपजा आदि बातों के बारे में वैज्ञानिकों और शिक्षाविदों ने जानकारी जुटाना शुरू कर दिया है।
छत्रपित शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता ने बताया कि देश दुनिया में कोरोना वायरस महामारी का रूप ले चुका है। आने वाले समय में छात्र-छात्राएं इसे बेहतर ढंग से जान पाएं, समझ सकें और भविष्य में शोध कार्य कर सकें। इसके लिए जरूरी है कि कोरोना को विश्वविद्यालय में पढ़ाई का हिस्सा बनाया जाए।
कार्य परिषद की बैठक में होगा मंथन
कुलपति ने बताया कि फिलहाल तो लॉकडाउन के चलते विश्वविद्यालय बंद है। जैसे ही विवि खुलेगा तो कार्य परिषद की पहली बैठक में कोरोना पर पाठ्यक्रम शुरू करने को लेकर सभी सदस्यों के साथ मंथन किया जाएगा। उन्होंने कुछ प्रोफेसरों संग इसकी कार्ययोजना तैयार कर ली है, पाठ्यक्रम की अवधि व अन्य प्रारूप भी जल्द तय कर दिए जाएंगे।