कोरोना संकट के समय CSJMU स्टूडेंट्स की पढ़ाई पर नहीं लगेगा ब्रेक, कॉलेज प्रबंधन के इस फैसले से मिलेगा फायदा
विश्वविद्यालय में बनाए जाने वाले ई-कंटेंट इस प्रकार से समृद्ध होंगे जिसका लाभ दूसरे विश्वविद्यालय के छात्र छात्राओं को भी मिल सकेगा। स्नातक व स्नातकोत्तर के सामान्य कोर्स अलावा विश्वविद्यालय में आॅनर्स डिप्लोमा व सर्टिफिकेट कोर्स के लिए भी पठन पाठन सामग्री बनाई जाएगी।
कानपुर, जेएनएन। कोरोना से बचाव के लिए किए गए आंशिक लाकडाउन में छात्र-छात्राओं की पढ़ाई पर ब्रेक नहीं लगेगा। छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय (सीएसजेएमयू) व संबद्ध डिग्री काॅलेजों में छात्र छात्राओं के लिए ई-कंटेंट डिजाइन किए जाएंगे। कला, विज्ञान, इंजीनियरिंग व मेडिकल चारों संकाय के लिए विश्वविद्यालय के शिक्षक कोर्स का मसौदा तैयार करेंगे। कुलपति प्रो. विनय पाठक ने साफ कर दिया है कि सभी संकाय व विभाग के शिक्षकों को ई-कंटेंट बनाने होंगे जिससे छात्र छात्राओं तक अधिक से अधिक सामग्री पहुंचाई जा सके। बाकायदा ढंग से इसकी माॅनीटरिंग की जाएगी।
विश्वविद्यालय में बनाए जाने वाले ई-कंटेंट इस प्रकार से समृद्ध होंगे जिसका लाभ दूसरे विश्वविद्यालय के छात्र छात्राओं को भी मिल सकेगा। स्नातक व स्नातकोत्तर के सामान्य कोर्स अलावा विश्वविद्यालय में आॅनर्स, डिप्लोमा व सर्टिफिकेट कोर्स के लिए भी पठन पाठन सामग्री बनाई जाएगी। इसके अलावा डिग्री काॅलेज भी अपने स्तर से ई-कंटेंट बनाकर काॅलेज की वेबसाइट पर अपलोड करेंगे। विश्वविद्यालय व डिग्री काॅलेजों में 20 मई से आनलाइन कक्षाएं शुरू होने जा रही हैं। इन कक्षाओं के संचालन के लिए विषय विशेषज्ञ विभिन्न विषयों के ई-कंटेंट बनाएंगे। आनलाइन पढ़ाई पर जोर दिए जाने के लिए शासन का जोर पहले से ई-कंटेंट पर था। अब कोरोना की दूसरी लहर में शासन के साथ विश्वविद्यालय प्रशासन का ई-कंटेंट पर पूरा फोकस है। विश्वविद्यालय के अंग्रेजी विषय के कनवीनर व पीपीएन डिग्री काॅलेज के एसोसिएट प्रोफेसर डाॅ. बीडी पांडेय ने बताया कि काॅलेज में लेक्चर रिकाॅर्डिंग लैब बनाई गई है जिस पर बड़े बड़े व्याख्यान बनाकर उन्हें काॅलेज की वेबसाइट पर अपलोड किया जाएगा। विश्वविद्यालय के दिशा निर्देश के आधार पर ई-कंटेंट बनाए जाएंगे। कोरोना काल में तो छात्रों को ई-कंटेंट का लाभ मिलेगा ही। यह सपोर्टिंग व्यवस्था आगे भी चलती रहेगी।