CSJMU Kanpur: विश्वविद्यालय में डाउट क्लासेज, परीक्षा से पहले छात्र कर रहे शंका का समाधान
छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय में छह माह आॅनलाइन पढ़ाई के बाद अब डाउट क्लासेज लगाई जा रही हैं जिसमें प्रश्नों पर शंकाओं को दूर किया जारहा है। सोमवार से बीटेक द्वितीय तृतीय व चतुर्थ वर्ष के छात्रों की सत्र परीक्षाएं शुरू हो रही हैं।
कानपुर, जेएनएन। छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय ‘सीएसजेएमयू’ में बीटेक छात्रों के लिए डाउट क्लासेज लगाई जा रही हैं। छह माह आॅनलाइन पढ़ाई कराने के बाद प्रश्नोत्तर संबंधित शंकाओं का समाधान करने के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन ने यह व्यवस्था की है। परीक्षा की तारीख करीब आने के साथ यूनिवर्सिटी इंस्टीट्यूट आॅफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलाॅजी ‘यूआइईटी’ ने बीटेक द्वितीय, तृतीय, चतुर्थ वर्ष के छात्रों की परीक्षाएं की ठोस तैयारी कराए जाने के लिए उन्हें आॅफलाइन कक्षाओं में तीन से चार घंटे दिए जा रहे हैं।
बीटेक की सत्र परीक्षाएं सात दिसंबर से शुरू होने जा रही हैं। इस परीक्षा में एक हजार से अधिक छात्र छात्राएं शामिल होंगे। विश्वविद्यालय में कानपुर के अलावा कन्नौज, फर्रूखाबाद, इटावा, औरैया व उन्नाव समेत आस-पास के अन्य शहरों व कस्बों से छात्र छात्राएं पढ़ाई कर रहे हैं। बीटेक छात्रों का नया सत्र जुलाई माह में शुरू हो गया था। शिक्षकों ने उनके लिए ई-कंटेंट के तौर पर आॅनलाइन लेक्चर, वीडियो व अन्य पठन पाठन सामग्री तैयार की थीं। आॅनलाइन कक्षाओं के जरिए कंप्यूटर साइंस, इंफोर्मेशन टेक्नोलाॅजी, मैकेनिकल इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रिकल व इलेक्ट्राॅनिक्स इंजीनियरिंग समेत अन्य छात्र छात्राओं का कोर्स कवर कराया गया। अब इनकी परीक्षाएं आयोजित किए जाने की तारीख तय कर दी गई है।
इंफोर्मेशन टेक्नोलाॅजी विभागाध्यक्ष डाॅ. राशि अग्रवाल ने बताया कि विश्वविद्यालय में दूर दराज के छात्र छात्राएं पढ़ाई कर रहे हैं। उनके लिए कोरोना काल में आॅफलाइन कक्षाएं नहीं लगाई गई थीं लेकिन परीक्षा के तारीख घोषित होने के बाद कई छात्र छात्राओं ने प्रश्नोत्तर संबंधित शंका का समाधान करने के लिए कक्षा लगाए जाने की मांग की। इसके बाद से कक्षाएं लगाई जा रही हैं। वरिष्ठ शिक्षक संदेश गुप्ता ने बताया कि छात्रों की तैयारी पूरी है। केवल वह इक्का दुक्का ऐसे प्रश्नों के लिए आ रहे हैं जिसे लेकर वह कुछ शंकित हैं। रोजाना उनके पास पांच से दस छात्र छात्राएं आ रहे हैं।
- ‘आॅफलाइन डाउट सेशन के लिए विभिन्न विभागाध्यक्षों व शिक्षकों को निर्देश दिए गए हैं कि वह कोरोना से बचाव के साथ यह कक्षाएं लगाएं। छात्रों को इन कक्षाओं का लाभ मिलने लगा है।’ -डाॅ. रवींद्रनाथ कटियार, निदेशक यूआइईटी