गेट-एमटेक की तैयारी, इसरो या डीआरडीओ में करियर बनाना चाहते हैं तो CSJMU दे रहा मौका
प्रदेश में पहली बार 12वीं पास छात्रों के लिए विश्वविद्यालय में नए सत्र से इंटीग्रेटेड एमएससी (इलेक्ट्रानिक्स) का चार वर्षीय पाठ्यक्रम शुरू हो रहा है।
कानपुर, [समीर दीक्षित]। छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय (सीएसजेएमयू) में नए सत्र से इंटीग्रेटेड एमएससी (इलेक्ट्रानिक्स) की पढ़ाई शुरू हो जाएगी। 12वीं पास करने के बाद छात्र-छात्राओं को सीधे यह कोर्स करने का मौका होगा। चार वर्षीय पाठ्यक्रम शुरू करने के लिए विश्वविद्यालय ने सारी तैयारियां कर ली हैं। प्रदेश में सीएसजेएमयू यह पाठ्यक्रम शुरू करने वाला पहला विश्वविद्यालय होगा।
नए सत्र की शुरुआत से पहले होगा अंतिम निर्णय
इलेक्ट्रानिक्स विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर विशाल अवस्थी ने बताया कि जो छात्र-छात्राएं इलेक्ट्रानिक्स या इससे संबंधित अन्य क्षेत्रों में शोध, गेट या एमटेक की तैयारी, इसरो व डीआरडीओ जैसे संस्थान में करियर बनाना चाहते हैं, उनके लिए इस पाठ्यक्रम की पढ़ाई बेहद अहम साबित होगी। दाखिले के लिए प्रवेश परीक्षा कराने का फैसला किया गया है, हालांकि अंतिम निर्णय नए सत्र की शुरुआत से पहले लिया जाएगा।
तीन से छह हफ्ते की मिलेगी ट्रेनिंग
छात्र-छात्राओं को एमएससी इलेक्ट्रानिक्स की पढ़ाई के लिए पहले तीन वर्षीय बीएससी इलेक्ट्रानिक्स में प्रवेश लेना पड़ता था। उसके बाद दो वर्षीय एमएससी इलेक्ट्रानिक्स की पढ़ाई करनी पड़ती थी। हालांकि इस चार वर्षीय पाठ्यक्रम में पांच वर्षों की पढ़ाई पूरी कराने के लिए पहले वर्ष के बाद से ही छात्र-छात्राओं को मई व जून में तीन से छह हफ्ते का प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसमें पाठ्यक्रम से संबंधित प्रायोगिक कार्य कराया जाएगा।
एआइसीटीई से चल रही बात
छात्र-छात्राओं को विवि प्रशासन इस पाठ्यक्रम की पढ़ाई पूरी होने के बाद पीजी की डिग्री देगा। हालांकि अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआइसीटीई) में चर्चा चल रही है कि इस पाठ्यक्रम को बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी के बराबर की डिग्री मिल जाए।
-नए सत्र से इंटीग्रेटेड एमएससी इलेक्ट्रानिक्स की पढ़ाई शुरू हो जाएगी। इसके लिए सारी तैयारियां कर ली गई हैं। पाठ्यक्रम को बोर्ड ऑफ स्टडीज से भी पारित करा लिया गया है। यह स्नातकोत्तर डिग्री होगी और हर जगह मान्य होगी। -प्रो.नीलिमा गुप्ता, कुलपति, सीएसजेएमयू