उद्यमिता का केंद्र बनेगा सीएसए
छात्रों को उत्पाद तैयार कर कंपनी बनाने के लिए किया जाएगा प्रेरित, किसानों को भी दिया जाएगा प्रशिक्षण, पेटेंट सेंटर भी खुलेगा
जागरण संवाददाता, कानपुर : चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (सीएसए) में उद्यमिता विकास का केंद्र बनाया जाएगा। इसमें छात्र-छात्राओं को विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा, जिससे वह शोध कर उत्पाद तैयार करे सकें। उस उत्पाद के दम पर कंपनी बनाने के लिए प्रेरित किया जाएगा। इससे रोजगार के अवसर खुल सकेंगे।
सीएसए से उत्तीर्ण होकर छात्र सरकारी और निजी इकाइयों में कार्य करते हैं। कुछ कृषि के क्षेत्र में ही अपना भविष्य बना लेते हैं। हालांकि कई साल बीत जाने के बाद भी कृषि क्षेत्र में तकनीक कापूरा इस्तेमाल नहीं हो सका है। किसान आज भी पुरानी पद्धति का सहारा ले रहे हैं, जिससे पैदावार कम हो रही है। इसके पीछे सबसे बड़ी वजह कृषि शोध का इस्तेमाल न हो पाना है।
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पेटेंट करा सकेंगे अपना आइडिया
सीएसए के नए और पुरातन छात्र अपना आइडिया और कुछ नया करने का विचार पेटेंट करा सकेंगे। इसमें शोध भी शामिल हैं। विवि में पेटेंट सेंटर भी खोला जाएगा। उद्यमिता केंद्र में किसानों को भी प्रशिक्षण दिया जाएगा। उन्हें विभिन्न तरह से खेती कर आय दोगुनी करने की तकनीक सिखाई जाएगी।
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सरकार से मिलेगी सहायता
शोध और उत्पादक के आधार पर कंपनी तैयार करने के लिए सरकार से आर्थिक सहायता भी मिलेगी। जैविक खाद, सस्ते उपकरण, पैकेजिंग और खाद्य प्रसंस्करण आदि शामिल है। ये कंपनी किसानों के रोजगार के लिए काम करेगी।
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आइआइटी की तरह सीएसए में भी उद्यमिता का केंद्र स्थापित किया जाएगा। इसमें छात्र अपने शोध और विचार को पेटेंट करा सकेंगे। किसानों की दोगुनी आय के क्षेत्र में काम किया जा सकेगा।
- प्रो. एचजी प्रकाश, निदेशक शोध, सीएसए