Coronavirus Kanpur: नोडल अफसर ने कहा, कानपुर में नहीं बढ़ने देनी है हॉटस्पॉट की संख्या तभी थमेगा कोरोना
कानपुर शहर में कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण का कारण जानने के लिए नोडल अधिकारी नितिन रमेश गोकरण आए हैं।
कानपुर, जेएनएन। शहर में कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या बढ़ने से गंभीर शासन ने निगरानी के लिए लोक निर्माण विभाग के प्रमुख सचिव नितिन रमेश गोकरण को नोडल अधिकारी नामित किया है, शनिवार को शहर आकर उन्होंने सबसे पहले नगर निगम स्थित कंट्रोल रूम पहुंचकर हालात का जायजा लिया। उन्होंने साफ कहा कि कोरोना पर नियंत्रण के लिए जरूरी है कि अब और हॉट स्पॉट क्षेत्र नहीं बनें। उन्होंने नगर निगम में बना टेली मेडिसिन सेंटर देखा और डॉक्टरों को उनकी कार्यप्रणाली पर बधाई दी।
कंट्रोल रूम में किस तरह की आ रही शिकायतें
दोपहर एक बजे करीब नोडल अधिकारी नगर निगम में कंट्रोल रूम का निरीक्षण करने पहुंचे। उन्होंने अधिकारियों से पूछा कि लॉक डाउन होने के बाद से अब तक कितनी और किस तरह की शिकायतें आईं। साथ ही इन शिकायतों को किस तरह निस्तारित किया गया। नगर निगम के अधिकारियों ने बताया कि पहले दो सौ से ज्यादा शिकायतें रोज आती थीं लेकिन इस समय इनकी संख्या घटकर सवा सौ के करीब आ गई है। नगर आयुक्त अक्षय त्रिपाठी ने बताया कि पहले बहुत से लोग अपने पड़ोसियों की तबियत खराब होने पर फोन करते थे। इनका तेजी से निस्तारण किया गया तो अब ये संख्या कम हो गई है।
कैसे देखते हैं भोजन वितरण की गुणवत्ता
भोजन वितरण के बारे में उन्होंने पूछा तो जिलाधिकारी डॉ. ब्रह्मदेव राम तिवारी ने बताया कि पहले करीब 90 हजार भोजन के पैकेट रोज बांटे जाते थे लेकिन अब इनकी संख्या 50 हजार के आसपास हो गई है। नोडल अधिकारी ने इसका कारण पूछा तो उन्होंने बताया कि लोगों को खाद्यान्न देने की वजह से यह कमी आई है। नगर आयुक्त ने बताया कि जिनको भोजन के पैकेट देते हैं, उनकी मांग दूसरे दिन भी आती है लेकिन जिन्हें खाद्यान्न दे दिया गया तो उनकी मांग खत्म हो जाती है। भोजन वितरण का कार्य देख रहे केडीए के सचिव एसपी सिंह से नोडल अधिकारी ने पूछा कि जो भोजन दिया जा रहा है, उसकी गुणवत्ता वे कैसे जांचते हैं। इस पर उन्हें बताया गया कि खाद्य विभाग की टीम के लोग लगातार निरीक्षण करते हैं। जिन संस्थाओं से भोजन आता है, उनके यहां भोजन की गुणवत्ता का निरीक्षण किया जाता है।
एसएसपी बोले-सीसीटीवी कैमरों से रखी जा रही नजर
एसएसपी अनंत देव तिवारी ने पुलिस से जुड़ी शिकायतों के बारे में जानकारी दी कि उन्हें तेजी से निपटाया गया है। उन्होंने बताया कि कंट्रोल रूम में लगी स्क्रीन से पूरे शहर के 120 चौराहों पर नजर रखी जाती है। जरूरत पडऩे पर वाहनों की नंबर प्लेट देख कर चालान किए जा रहे हैं ताकि लॉकडाउन का ठीक से पालन कराया जाए।
टेली मेडिसिन सेंटर देखा
नोडल अधिकारी ने स्मार्ट सिटी के कार्यालय में ही स्थित टेली मेडिसिन सेंटर का निरीक्षण किया। टेली मेडिसिन सेंटर के नोडल अधिकारी डॉ. अमित सिंह ने बताया कि यहां वाट्सएप के जरिए मरीजों की पूरी डिटेल मंगाई जाती है। उनके एक्सरे आदि जो भी जांच होती है, उनको भी मंगाकर उसके बाद डाक्टरों द्वारा जांच कर दवाएं बताई जाती हैं। जिलाधिकारी ने बताया कि इस टेली मेडिसिन सेंटर को पूरे प्रदेश में सबसे अच्छे सेंटर का दर्जा भी हासिल हो चुका है। पत्रकारों से वार्ता में नोडल अफसर ने कहा कि नए केस जहां से निकल रहे हैं, वे ज्यादातर हॉट स्पॉट हैं। इसलिए वहां जांच के दायरे को और तेजी से बढ़ाया जाएगा। उन्होंने बताया कि मुख्य उद्देश्य यही है कि नए हॉट स्पॉट एरिया कम से कम बनें। उन्हें फैलने नहीं देना है।