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    जानिए- Covid Third Wave को लेकर क्या कहता है आइआइटी प्रो. मणींद्र अग्रवाल का गणितीय मॉडल

    By Abhishek AgnihotriEdited By:
    Updated: Tue, 03 Aug 2021 11:43 AM (IST)

    अबतक कोरोना संक्रमण पर काबू पाने में हर्ड इम्युनिटी और टीकाकरण ढाल बनकर सामने आए हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि इसी तरह सजगता बरती गई तो माह के अंत तक रह 22हजार केस ही रह जाएंगे और अनदेखी से लंबे समय तक यथास्थिति बनी रह सकती है।

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    आइआइटी कानपुर के विशेषज्ञ प्रो. मणींद्र अग्रवाल का पूर्वानुमान।

    कानपुर, जेएनएन। अगर हमने यूं ही संयम, एहतियात और सजगता बरती तो इस माह के अंत तक देश में रोजाना आने वाले कोरोना संक्रमितों की संख्या घटकर करीब 22 हजार रह जाएगी। यह अनुमान आइआइटी कानपुर के विशेषज्ञों ने गणितीय माडल सूत्र के आधार पर लगाया है। आइआइटी के कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग विभाग के प्रो.मणींद्र अग्रवाल और उनकी टीम पिछले करीब डेढ़ साल से कोरोना संक्रमितों और संक्रमण की रफ्तार पर काम कर रही है। उन्होंने गणितीय माडल से अब तक सटीक आकलन किया है।

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    उनका कहना है कि देश में नए मामलों की रफ्तार घटी है। जिन लोगों को संक्रमण हो भी रहा है, वह स्वस्थ हो रहे हैं। विशेषज्ञों ने चेताया है कि शारीरिक दूरी व मास्क अनिवार्यता की अनदेखी की और भीड़भाड़ वाली जगहों पर जाना बंद न किया तो संक्रमण की यथास्थिति बनी रहने, बल्कि बढऩे का भी अंदेशा है। फिलहाल रोजाना 40 से 41 हजार मामले सामने आ रहे हैैं।

    हर्ड इम्युनिटी, टीकाकरण बने ढाल

    आइआइटी के विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना टीकाकरण व पूर्व में संक्रमित होने के बाद स्वस्थ हुए लोगों की संख्या को देखकर कह सकते हैैं कि लोगों में हर्ड इम्युनिटी विकसित हुई है। उत्तर प्रदेश व मध्य प्रदेश समेत उत्तर भारत के अन्य राज्यों में दूसरी लहर के दौरान काफी संख्या में लोग कोरोना की चपेट में आ गए थे। उनके अंदर एंडीबाडी तैयार हो गई है, जबकि टीकाकरण भी रक्षा करेगा।

    तीसरी लहर का अंदेशा कम

    प्रो.अग्रवाल के मुताबिक तीसरी लहर के आने का अंदेशा बहुत ही कम है। अगर कोई नया वैरिएंट आता है तभी तीसरी लहर आएगी, लेकिन कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए एहतियात जरूरी है। टीकाकरण अभियान में और तेजी लानी होगी।

    केरल-कर्नाटक में 22 के बाद घट सकते मामले

    विशेषज्ञों ने केरल और कर्नाटक में तेजी से केस बढऩे का अनुमान लगाया है। उन्होंने रविवार रात ट्वीट किया कि 15 अगस्त तक केरल में प्रतिदिन 25 हजार केस आने का अनुमान है। यह स्थिति 20 से 22 अगस्त तक रहेगी, उसके बाद केस घटेंगे। आंध्र प्रदेश और कर्नाटक में रोज 1800 से 2000 के बीच नए मरीज आ सकते हैं। इसमें गिरावट अगस्त के दूसरे हफ्ते से होगी। विशेषज्ञों ने केरल में मामलों में गिरावट के बाद लोगों की आर्थिक स्थिति को देखते हुए लाकडाउन खोलने, लेकिन कोविड नियमों की अनिवार्यता रखने का सुझाव दिया है।

    15 अगस्त तक राज्यों में प्रतिदिन आएंगे औसतन इतने मरीज

    अरुणाचल प्रदेश : 280 से 300

    असम : 870 से 890

    छत्तीसगढ़ : 40 से 60

    झारखंड : 50 से 70

    महाराष्ट्र : 4700 से 4750

    मणिपुर : 910 से 930

    मेघालय : 700 से 720

    नगालैंड : 80 से 90

    ओडिशा : 880 से 900

    तेलंगाना : 110 से 120

    बंगाल : 110 से 130

    (नोट : जिन राज्यों में मामले नहीं बढ़ रहे हैैं, उनका आकलन नहीं किया गया है।)