ठहाकों के बीच 'लाल-पीले' हो गए भाबीजी घर पर हैं... के डॉक्टर साहब
स्वरूप नगर स्थित वृद्धाश्रम में संस्था के कार्यक्रम में हास्य कलाकार जीतू गुप्ता ने बुजुर्गों के साथ होली खेली।
कानपुर, जेएनएन। होली का त्योहार अपनों के बीच मनाने का मजा ही कुछ और है। त्योहार से पहले शहर आए भाबी जी घर पर हैं... के डॉक्टर यानी हास्य कलाकार जीतू गुप्ता ठहाकों के बीच 'लाल-पीले' हो गए। मंगलवार को स्वरूप नगर स्थित एक संस्था के कार्यक्रम में उन्होंने बुजुर्गों के साथ लाल-पीले गुलाल से होली खेली और उन्हें खूब हंसाया।
कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से बातचीत में हास्य कलाकार जीतू गुप्ता ने कहा कि जैसे-जैसे कहानियां बदलेंगी, वैसे वैसे ट्रीटमेंट का तरीका भी बदलेगा। आप लोगों को हमेशा कुछ न कुछ रोचक किस्सा देखने को मिलेगा। उन्होंने कहा कि भाबी जी घर पर हैं.. सीरियल में मेरी भूमिका डॉक्टर की ही रहेगी। स्टैंडअप कॉमेडियन सामने आ रहे हैं, जो मिमिक्री पर जोर रहे हैं, वह कितना सफल हो पाएंगे? इस सवाल पर हास्य अभिनेता ने कहा कि अब दूसरों को हंसाना परंपरागत हो गया है।
बेहतर होगा कि हम अपनी रोजमर्रा की जि़ंदगी, मोहल्ले व अपनों के बीच घटने वाले पल महसूस करें और फिर उससे कैसे हंसा सकते हैं, इसपर अधिक ध्यान दें। जीतू गुप्ता ने कहा की काम कोई भी हो, उसे लगन और परिश्रम के साथ करना पड़ता है। वृद्धाश्रम में बुजुर्गों के साथ होली खेलते हुए उन्होंने कहा जैसे ही कानपुर आओ तो बहुत अच्छा लगने लगता है। यहां सभी शहरवासी मेरे अपने हैं।