विदेशों में धमक बनाएंगे कानपुर के उत्पाद, चमड़ा-होजरी उद्योग को नई ऊंचाई पर ले जाएगा क्लस्टर
कानपुर शहर में कॉमन फैसिलिटी सेंटर बनाने की मंजूरी के बाद अब क्लस्टर भी बनाए जाएंगे जिसमें अंतरराष्ट्रीय मानकों पर खरे उपकरणों द्वारा कच्चे माल से लेकर उत्पाद तक की जांच हो सकेगी। क्लस्टर के साथ आधुनिक प्रयोगशालाएं व जांच केंद्र बनाए जाने का भी प्रस्ताव है।
कानपुर, जेएनएन। अनलॉक-5 में एक जिला एक उत्पाद योजना को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने की कवायद जारी है। इसमें आने वाले शहर के चमड़ा व होजरी उद्योग को गति देने के लिए उद्योग विभाग ने रूपरेखा बना ली है। उद्यमियों की जरूरतों को पूरा करने के लिए शहर में कॉमन फैसिलिटी सेंटर बनाए जाने के लिए हरी झंडी के बाद अब क्लस्टर भी बनाए जाएंगे। इससे शहर का चमड़ा व होजरी-वस्त्र उद्योग आने वाले समय में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी धाक जमाएगा।
कॉमन फैसिलिटी सेंटर में अंतरराष्ट्रीय स्तर के उपकरण व उत्पादों के लिए जांच सुविधाएं होंगी, जिनकी दरकार उद्यमियों को लंबे समय से है। इसमें 20 उद्यमियों के समूह को शामिल किया जाएगा, इसके लिए उद्योग विभाग ने उनसे प्रस्ताव मांगे थे। उद्यमियों की ओर से आवेदन आने लगे हैं कि वे आधुनिक प्रयोगशालाओं व जांच केंद्रों को स्थापित करने के इच्छुक हैं। ये केंद्र उद्यमियों की उनकी अपनी जमीन पर विकसित किए जाएंगे।
अभी तक चर्म और वस्त्र उद्यमियों को कच्चे माल से लेकर उत्पाद बनाने के बीच होने वाले परीक्षण के लिए दूसरे प्रदेशों या विदेश पर निर्भर रहना पड़ता है। उत्पाद बनने के बाद उसकी ब्रांडिंग करने के लिए भी उन्हें कड़ी मशक्कत करनी पड़ती है।
विदेश में बनेगा बड़ा बाजार
- चर्म व होजरी उत्पादों का ट्रेंड बदल रहा है। नई तकनीक के साथ उत्पादन के लिए कॉमन फैसिलिटी सेंटर उद्यमियों की राह आसान बनाएगा। इन उत्पादों का बाजार अमेरिका, जर्मनी, इटली व फ्रांस समेत अन्य देशों में बन सकेगा, क्लस्टर के साथ आधुनिक प्रयोगशालाएं व जांच केंद्र बनाए जाने के लिए प्रस्ताव बनाकर भेज दिया गया है। ऐसी सुविधाएं प्राप्त करने के लिए उद्यमी उत्साहित व तैयार हैं। -जावेद इकबाल, रीजनल चेयरमैन, चर्म निर्यात परिषद
- क्लस्टर के लिए 20 उद्यमियों का समूह आवश्यक है। इसमें से दो तिहाई सदस्य एक जिला एक उत्पाद से संबंधित होने चाहिए। खुद की अथवा 15 वर्ष के लिए लीज पर ली गई भूमि हो। इस जमीन पर मशीनें स्थापित करने के लिए राज्य सरकार अनुदान देगी। शहर में 500 से अधिक वस्त्र, होजरी और 400 से अधिक चर्म औद्योगिक इकाइयां स्थापित हैं। -अशोक कुमार, उपायुक्त उद्योग