बारिश से ओवरफ्लो हो रहे कागजों में साफ नाले
बारिश ने नाला सफाई में हुई लापरवाही की परतें उधेड़ कर रख दीं। नाले सिर्फ कागजों में साफ दिखाए गए थे, मौके पर मलबे और गंदगी से पटे पड़े हैं।
जागरण संवाददाता, कानपुर : बारिश ने नाला सफाई में हुई लापरवाही की परतें उधेड़ कर रख दीं। नाले सिर्फ कागजों में साफ दिखाए गए थे, मौके पर मलबे और गंदगी से पटे पड़े हैं। आखिर मलबे से पटा नाला कैसे साफ हो सकता है। अभियंताओं व सेनेटरी इंस्पेक्टरों की लापरवाही का खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ रहा है। चोक नाले ओवरफ्लो हो रहे हैं, पानी सड़क पर भर गया है और निकासी नहीं हो पा रही है। इस कारण मच्छर, मेढ़क सहित कई प्रकार के कीड़ों का प्रकोप बढ़ गया है। शारदा नगर से नमक फैक्ट्री तक मलबे से पटा नाला
शारदा नगर से नमक फैक्ट्री तक नाला गंदगी से पटा पड़ा है। सड़क मरम्मत में निकला मलबा इसमें डाल दिया गया है। पीडब्ल्यूडी द्वारा सड़क का निर्माण कराया जा रहा है। पिछले एक माह से मलबा पड़ा है। रही सही कसर आसपास के दुकानदार कूड़ा डालकर पूरी कर देते हैं। जिम्मेदार अभियंताओं को गंदगी दिखाई नहीं दे रही है, इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि अभियंता कितना मौके पर निरीक्षण करते हैं।
कल्याणपुर खलवा में सड़क तक भरा पानी
कल्याणपुर-पनकी रोड से खलवा जाने वाले रास्ते में स्थित नाला गंदगी से पटा पड़ा है। सफाई न होने के कारण ओवरफ्लो होने लगा है। क्षेत्रीय लोगों ने बताया कि पहली बार ऐसी स्थिति आई है कि घरों में पानी भर गया। नाला साफ ही नहीं किया गया। यह नाला जल निकासी का मात्र एक ही सहारा है।
जूही में गंदगी से चोक नाला
जूही क्षेत्र से गुजर रहा नाला साफ न होने के कारण चोक है। नाला देखकर नहीं लगता कि सफाई की गई हो। बारहदेवी क्षेत्र से गुजरने वाला नाला बारिश में ओवरफ्लो हो गया। पानी क्षेत्र में भर गया था। अभी नाला साफ न किया गया तो फिर बारिश होने पर क्षेत्र टापू बन जाएगा।
क्या कहते हैं जिम्मेदार
नाला सफाई में लापरवाही बरतने वाले अफसरों पर कार्रवाई की जाएगी। भुगतान पहले ही रोक दिए गए हैं। नाला सफाई का सत्यापन के बाद भुगतान किया जाएगा। शिकायतें मिलने पर टीम भेजकर सफाई कराई जा रही है।
- संतोष कुमार शर्मा, नगर आयुक्त