क्रशर व्यापारी के घर जा रहे सपाइयों की पुलिस से झड़प, धरने पर बैठकर की नारेबाजी
पुलिस ने सभी को महिला डिग्री कालेज में किया बंद निजी मुचलके पर छोड़ा।
हमीरपुर, जेएनएन। महोबा के बहुचर्चित क्रशर कारोबारी हत्याकांड को लेकर राजनीतिक रोटियां सेंकने का दौर प्रारंभ हो चुका है। सभी राजनीतिक दलों ने व्यापारी की हत्या के बाद सूबे में बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर सरकार को घेरना भी शुरू कर दिया है। बुधवार को दिवंगत व्यापारी के स्वजनों से मिलने जा रहे सपाइयों को पुलिस बल ने मुख्यालय के महिला डिग्री कॉलेज के पास बैरियर लगाकर रोका, तो उनकी पुलिस से झड़प हो गई। जब सपाई नहीं माने तो उन्हेंं कॉलेज परिसर में बंद कर दिया गया। इससे गुस्साए कार्यकर्ता वहीं धरने पर बैठ गए और नारेबाजी करने लगे।
दो दिन पहले कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष महोबा जाने से था रोका
बता दें कि कुछ दिन पहले कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू को घाटमपुर में रोक लिया गया था। बुधवार को सपा कार्यकर्ता भी कबरई के लिए रवाना हुए। सूचना मिलते ही प्रशासन अलर्ट मोड में आ गया। सदर कोतवाल एसपी पटेल समेत महिला थानाध्यक्ष रीता सिंह पुलिस बल के साथ रोडवेज बस स्टैंड के पास पहुंचे। इसके बाद जैसे ही सपाइयों का काफिला जिला पंचायत परिसर स्थित सपा कार्यालय से महिला डिग्री कॉलेज के सामने पहुंचा, उन्हेंं आगे जाने से रोक दिया गया। काफी देर तक पुलिस व कार्यकर्ताओं के बीच रस्साकशी चली। बाद में पुलिस ने सभी को हिरासत में लेते हुए महिला डिग्री कॉलेज परिसर में बंद कर दिया। सीओ सदर ने बताया कि करीब 55 लोगों को हमीरपुर व 40 लोगों को सुमेरपुर से निजी मुचलके पर छोड़ा गया।