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Children Physical Abuse Case: निलंबित जेई के नेटवर्क पर सीबीआइ की निगाह, जल्द ही मिल सकती है सफलता

दिल्ली सोनभद्र प्रयागराज से बुंदेलखंड तक साथियों की तलाश। निशाने पर जेई के संपर्क वाले कैफे कंप्यूटर की दुकानें और लोग। अब जेई के नेटवर्क में शामिल बाकी चेहरों को भी जल्द ही बेनकाब करके इस घिनौने कृत्य पर पूर्ण विराम लगाने को सीबीआइ सक्रिय है।

By ShaswatgEdited By: Published: Thu, 19 Nov 2020 09:53 PM (IST)Updated: Fri, 20 Nov 2020 06:33 AM (IST)
जेई के किराये वाले मकान के पीछे खुदकुशी करने वाली किशोरी के मामले में भी कडिय़ां जोड़ी जा रही हैं।

चित्रकूट, [हेमराज कश्यप]। 50 से अधिक बच्चों के यौन शोषण व अश्लील वीडियो बनाकर बेचने के आरोपित सिंचाई विभाग के निलंबित जेई रामभवन के नेटवर्क पर अब सीबीआइ की निगाह है। दिल्ली, सोनभद्र, प्रयागराज से लेकर बुंदेलखंड के जिलों बांदा, चित्रकूट, हमीरपुर व महोबा तक टीमें पड़ताल में जुटी हैं। उनके निशाने पर जेई के संपर्क वाले कैफे, कंप्यूटर दुकानें और वह लोग हैं, जो अवैध गतिविधियों में उससे जुड़े रहे हैं।  

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उप्र पर्यटक आवास गृह (यूपीटी) स्थित कैंप कार्यालय में ठहरे सीबीआइ दिल्ली की विशेष यूनिट (ऑनलाइन चाइल्ड सेक्सुअल एब्यूस एंड एक्स्प्लॉयटेशन प्रिवेंशन एंड इन्वेस्टीगेशन) के सदस्य अलग-अलग काम में लगे हैं। सूत्रों के मुताबिक, दो अपर एसपी, एक डिप्टी एसपी के नेतृत्व में सीबीआइ की टीम जेई के साथ अश्लील वीडियो बनाने वाले मददगार, उन्हें अपलोड करने, लिंक शेयर करने वाले सहयोगियों पर निगाह गड़ाए है। दिल्ली से सोनभद्र निवासी इंजीनियर नीरज यादव को पकडऩे के बाद जेई रामभवन का कनेक्शन मिला था। अब जेई के नेटवर्क में शामिल बाकी चेहरों को भी जल्द ही बेनकाब करके इस घिनौने कृत्य पर पूर्ण विराम लगाने को सीबीआइ सक्रिय है। बताते हैं कि वर्ष 2012 में कपसेठी गांव में जेई के किराये वाले मकान के पीछे खुदकुशी करने वाली किशोरी के मामले में भी कडिय़ां जोड़ी जा रही हैं। 

कंप्यूटर व मोबाइल दुकानों पर इसलिए जांच

आरोपित निलंबित जेई रामभवन के पास से सीबीआइ ने आठ लाख नकदी समेत 12 मोबाइल फोन, लैपटॉप, वेब कैमरा और अन्य इलेक्ट्रॉनिक स्टोरेज डिवाइस व यौन टॉय बरामद किए हैं। इलेक्ट्रानिक उपकरण व मोबाइल उसने कहां से खरीदे और उनमें कोई छेड़छाड़ तो नहीं कराई गई है, इसकी भी तफ्तीश हो रही है।  

गुरुवार को कई जगह पड़ताल

सूत्रों के मुताबिक, गुरुवार को टीम के कुछ सदस्य जेई की रिमांड को लेकर सुनवाई के लिए बांदा गए थे, जबकि बाकी जिले के अलग-अलग हिस्सों में कडिय़ां जोड़ते रहे। बांदा रवाना होने से पहले भी पूरी टीम कुछ जगहों पर गई। वहीं, जेई से संपर्क रखने वालों पर भी नजर रखी।

इन पर नजर

  • जेई के ऑनलाइन अश्लील वीडियो लिंक शेयर करने वाले।
  • सिंचाई विभाग में उसके करीबी सहयोगी और लगातार संपर्क वाले।
  • बुंदेलखंड में विभागीय विकास कार्यों की साइट पर काम करने वाले मजदूर परिवार।
  • कर्वी मुख्यालय में एसडीएम कालोनी मोहल्ला समेत आसपास के गांव।   

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