भारत के मजबूत इंफ्रास्ट्रक्चर से झुकेगा चीन
समय-समय पर होने वाले त्योहारों व अन्य उत्सवों पर हम चीनी उत्पादों की होली जलाते हैं
जागरण संवाददाता, कानपुर : समय-समय पर होने वाले त्योहारों व अन्य उत्सवों पर हम चीनी उत्पादों की होली जलाते हैं। इस बात की मांग करते हैं कि चीन के बने उत्पादों का बहिष्कार हो। बावजूद इसके चीन की अर्थव्यवस्था ठोस है। इसके पीछे मुख्य वजह तमाम हैं। सबसे अहम है कि साम्यवाद देश होने के चलते चीन में तैयार उत्पाद बेहद सस्ते होते हैं। इसलिए पूरे विश्व में बाजार को नियंत्रित करने के लिए चीन अपने उत्पादों को डंप करता है यानी अधिक से अधिक आयात करता है। यही कुछ कारण हैं जिनके चलते चीन का भारत पर आर्थिक दबदबा है। पर 'चीन के इस आर्थिक दबदबे का सामना कैसे करें'?
सोमवार को सर्वोदय नगर स्थित दैनिक जागरण कार्यालय में बेबाकी से अपनी बात रखी महिला महाविद्यालय में अर्थशास्त्र विभाग की एसोसिएट प्रोफेसर मोहिनी अग्रवाल ने। उन्होंने बताया कि अगर सरकार ध्यान दे और देश का इंफ्रास्ट्रक्चर मजबूत हो जाए तो चीन झुकने पर मजबूर हो जाएगा। इसके अलावा हम चीनी उत्पादों का विरोध करने के बजाए कृषि, शिक्षा, स्वास्थ्य व अन्य जो क्षेत्र हैं उनके विकास पर जोर दें। इससे हमारी अर्थव्यवस्था बेहतर होगी और यह हमें आगे ले जाएगी। उन्होंने बताया कि विकास के दृष्टिकोण में पूरे विश्व में चीन का स्थान 87 वां हैं। भारत 130वें नंबर पर है। हालांकि पिछले साल भारत 131वें नंबर पर था। इसी तरह बताया कि आरबीआई के पूर्व गर्वनर रघुराम राजन ने भी कहा है कि भारत और चीन की कभी तुलना नहीं कर सकते। उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि चीन में लगभग 40 फीसद जनसंख्या कृषि क्षेत्र में काम करती है। तब वहां की राष्ट्रीय आय में करीब 44 फीसद का योगदान दिया जाता है। जबकि भारत में 70 फीसद लोग कृषि क्षेत्र पर निर्भर हैं और महज 28 फीसद का योगदान राष्ट्रीय आय में करते हैं। इसी तरह चीन में बचत दर 40 फीसद है, जबकि भारत में यह 30 फीसद है। उंन्होंने कहा कि भारत के लिए अच्छी बात यह है कि यहां की विकास दर स्थायी है, जबकि चीन में यह अस्थिर है।
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मानव विकास सूचकांक पर भी नजर रखें : प्रो. मोहिनी ने कहा कि सरकार के जिम्मेदारों को देश की बेहतर अर्थव्यवस्था के लिए व निवेश के संदर्भ में मानव विकास सूचकांक पर भी नजर रखनी होगी। साथ ही स्टार्टअप पर अधिक फोकस करना होगा। युवाओं को टेक्नोक्रेट्स बनाना होगा।