घाटों पर नहीं लगेगा मेला, सांस्कृतिक कार्यक्रम भी नहीं होंगे
छठ पूजन के दौरान घाटों पर मेला नहीं लगेगा और न ही सांस्कृतिक
जागरण संवाददाता, कानपुर : छठ पूजन के दौरान घाटों पर मेला नहीं लगेगा और न ही सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। बच्चों और बुजुर्गो के प्रवेश पर भी पाबंदी रहेगी। सभी को कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना होगा। यह निर्णय मंगलवार देर शाम कलेक्ट्रेट में हुई बैठक में लिया गया।
एडीएम सिटी अतुल कुमार ने शहर के समस्त घाटों की सफाई व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए घाटों पर अभियान चलाने के निर्देश दिए। साथ ही स्ट्रीट लाइट और उचित प्रकाश व्यवस्था कराने को कहा। साथ ही यातायात की सुगम व्यवस्था के लिए पार्किंग और रूट डायवर्जन की व्यवस्था के लिए एसपी ट्रैफिक से बातचीत की। उन्होंने नाव में एक साथ पांच से अधिक लोगों के बैठने पर रोक लगाने के निर्देश दिए और कंटेनमेंट जोन के लोगों से घरों में रहकर ही पूजन करने की अपील की।
बच्चों व बुजुर्ग के प्रवेश पर रोक
कलेक्ट्रेट सभागार में हुई बैठक में शामिल पूर्वांचल भोजपुरी छठ पूजा सेवा समिति के पदाधिकारियों के मुताबिक घाट पर पूजन के दौरान कोविड प्रोटोकॉल का पालन कराया जाएगा। दस वर्ष से कम और 65 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों के प्रवेश पर रोक रहेगी। इस दौरान समिति के महामंत्री हृदेश पाठक, उपाध्यक्ष कपिल देव सिंह, चंद्र मोहन मिश्रा, आकाश पांडे, धर्मेंद्र सिंह, रवि यादव, देवेंद्र सिंह आदि उपस्थित रहे।
भोजपुरी महासभा के पदाधिकारियों में रोष
एडीएम सिटी से भेंट न हो पाने पर अखिल भारतीय भोजपुरी महासभा के सदस्यों ने उनके आवास पर जाकर ज्ञापन दिया। केंद्रीय छठ पूजा समिति के अध्यक्ष संतोष गहमरी ने बताया कि ज्ञापन में पूजन स्थल की सफाई की मांग की गई है। डॉ. आनंद झा, छोटे लल्ला, अरविद बेली, अमित यादव, रमाकांत गुप्ता आदि मौजूद रहे।