पिंटू सेंगर हत्याकांड में पकड़ में आया एक और खेल, पूरा मामला ही दबा गई चकेरी पुलिस
बिकरू कांड में मुकदमे दर्ज करने वाली पुलिस ने पिंटू सेंगर हत्याकांड में पर्दा डाल रखा है। जांच के दौरान पिंटू सेंगर की हत्या में आरोपितों के पास फर्जी नामों से एक दर्जन सिमकार्ड मिले थे लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
कानपुर, जेएनएन। एक जैसे मामलों में कानून भला अलग कैसे हो सकता है? पुलिस दो नजरिए से कैसे देख सकती है? इसके उदाहरण हैं बिकरू कांड और पिंटू सेंगर हत्याकांड। बिकरू कांड के आरोपितों पर हाल में ही दूसरे नामों से सिम उपयोग करने के आरोपों का मुकदमा हुआ। वहीं, पिंटू सेंगर हत्याकांड में फर्जी नामों से सिमकार्ड के मामले पर चकेरी पुलिस पर्दा डाल गई। इससे पुलिसिया जांच सवालों के घेरे में है।
पिंटू सेंगर हत्याकांड में पुलिस ने अब तक जितने भी आरोपितों को जेल भेजा है, सभी के आपसी संबंध कॉल डिटेल रिपोर्ट से सिद्ध किए हैं। एक अक्टूबर को पुलिस ने जो चार्जशीट अदालत में दायर की थी, उसमें भी कॉल डिटेल रिपोर्ट का ब्योरा दिया है, जिसमें यह भी है कि आरोपित किन नामों से सिम का उपयोग कर रहे थे। चकेरी पुलिस के पास पुख्ता सबूत हैं कि आरोपित और शूटर फर्जी नामों से सिम को सक्रिय कराकर इस्तेमाल कर रहे थे, मगर लंबा समय गुजर जाने के बावजूद इसका मुकदमा नहीं हुआ, जैसे कि बिकरू कांड में हुआ है।
कौन किसके नाम से सिमकार्ड का कर रहा था इस्तेमाल
- पप्पू स्मार्ट दूसरों के नाम के कई सिमकार्ड इस्तेमाल कर रहा था। ये जेके कालोनी निवासी विजय यादव, अयोध्या निवासी अरविंद, हरजिंदरनगर निवासी तौसीफ, एचएएल कालोनी निवासी हर्षित यादव के नाम पर जारी हुए थे। एक सिम उसने पप्पू स्मार्ट के नाम से भी लिया था, जबकि उसका असली नाम मोहम्मद आसिम है।
- आमिर उर्फ बिच्छू का सिम जेके कालोनी निवासी मो. असीम के नाम का निकला।
- तनवीर बादशाह पेशकार रोड निवासी शमी आजम, लेदर टेक्सटाइल निवासी तनवीर अनवार के नाम से सिम रखे था।
- मो. अयाज उर्फ टायसन कुली बाजार निवासी मो. शाह फैज के नाम से सिम उपयोग कर रहा था।
- महफूज अख्तर के पास मंगला विहार निवासी अहमद खान के नाम से सिमकार्ड था।
- साफेज सैफी उर्फ हैदर के पास सिम केशव पुरम निवासी अनुराग के नाम से था।
- राशिद कालिया महोबा के पास मिल्कीपुर निवासी खुशी के नाम से।
- बबलू सुल्तानपुरी के पास सुल्तानपुर के मीरपुर निवासी मकबूल खान के नाम से सिम।
- मो. असलम उर्फ गुलरेज के पास सिम हुमायूंबाग निवासी मो. इमरान और रामादेवी निवासी इमरान के नाम से।
- मो. फैसल के पास उन्नाव निवासी राजबहादुर के नाम से।