50 माइक्रान से नीचे का उत्पादन न करेंगे ना बेचेंगे कारोबारी
प्लास्टिक उद्यमी व कारोबारी ना तो 50 माइक्रान से नीचे के उत्पाद बनाएंगे न बेचेंगे। ऐसा न किया तो शासन से शिकायत की जाएगी।
जागरण संवाददाता, कानपुर : प्लास्टिक उद्यमी व कारोबारी ना तो 50 माइक्रान से नीचे के उत्पाद बनाएंगे ना ही बेचेंगे। यह निर्णय सोमवार को उद्यमियों व कारोबारियों ने प्रमुख सचिव की लखनऊ में हुई बैठक से लौट कर किया। यह भी निर्णय लिया गया कि जो लोग इस बात को नहीं मानेंगे उनकी शासन में शिकायत की जाएगी।
शासन 15 जुलाई से प्रदेश में 50 माइक्रान से नीचे की प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगाने जा रहा है। इसके लिए सोमवार को लखनऊ में बैठक भी हुई। बैठक में कानपुर से करीब एक दर्जन कारोबारी भी गए थे। इस बैठक के बाद कारोबारियों ने तय किया कि 50 माइक्रान से नीचे की प्लास्टिक का कोई भी उत्पाद नहीं बनाएंगे। ना ही बेचेंगे। शहर में 50 माइक्रान से नीचे का ज्यादातर माल गुजरात से आते हैं। शहर में करीब एक दर्जन लोग भी इसका कार्य करते हैं। अगर वे नहीं मानेंगे तो उनकी शिकायत शासन में की जाएगी।
यूपी प्लास्टिक मैन्यूफैक्च¨रग वेलफेयर एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष हरीश इसरानी ने कहा कि जो नियम आ रहा है वह लगभग 2016 के केंद्र सरकार के नियम की तरह ही है। हम पहले से ही इस पर राजी थे।
कानपुर प्लास्टिक एसोसिएशन के अध्यक्ष हाजी इकलाख मिर्जा ने बताया कि उन्होंने अपने सभी सदस्यों से भी साफ कह दिया है कि उनमें कोई भी 50 माइक्रान से कम की प्लास्टिक का ना तो कोई उत्पाद खरीदेगा ना बेचेगा। अगर किसी ने बेची तो उसकी शिकायत कर दी जाएगी। प्लास्टिक कारोबारियों की मंगलवार को सिटी मजिस्ट्रेट के साथ भी बैठक है।
आज लखनऊ जाने वालों में प्लास्टिक उत्पाद निर्माता योगेश पुरवार, मदन गुप्ता, रवि गुप्ता, कारोबारी सुरेश केसरवानी, बिंट्टू टुटेजा, परमानंद राठौर आदि थे।