CSJMU के नए फरमान से सांसत में बीएससी नर्सिंग के छात्र, अब आंदोलन की तैयारी
सीएसजेएमयू ने बीएससी नर्सिंग के छात्रों को प्रमोशन लेटर दे दिए थे लेकिन अब नया फरमान आने पर छात्रों ने विवि प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। छात्र-छात्राओं ने विवि गेट पर धरना प्रदर्शन करने की बात कही है।
कानपुर, जेएनएन। छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय ‘सीएसजेएमयू’ से संबद्ध नर्सिंग काॅलेजों के छात्रों में नए फरमान को लेकर नाराजगी है और आंदोलन करने की तैयारी कर रहे हैं। एक हजार छात्र छात्राओं का भविष्य अधर में आ गया है। छात्रों ने विश्वविद्यालय के खिलाफ मोर्चा खोलने का निर्णय लिया है।
विश्वविद्यालय से संबद्ध बीएससी नर्सिंग पहले व दूसरे वर्ष में अध्ययनरत छात्र छात्राओं की 2019-2020 की वार्षिक परीक्षाएं इस वर्ष कोरोना वायरस के कारण नहीं हो सकीं। मार्च माह में होने वाली परीक्षाओं का समय निकल जाने के बाद बीए, बीएससी व बीकाॅम की तरह बीएससी नर्सिंग के छात्रों को भी अगली कक्षा में प्रमोट कर दिया गया। छात्रों को प्रमोशन लेटर भी मिल गया। लेकिन महीने भर बाद काॅलेजों में विश्वविद्यालय ने पत्र भेजा कि प्रोफेशनल कोर्स में अध्ययनरत छात्रों की परीक्षाएं कराने का फरमान जारी कर दिया है। यह कोर्स सामान्य कोर्स नहीं है।
प्रोफेशनल कोर्स में प्रयोगात्मक अध्ययन व परीक्षा दोनों महत्वपूर्ण हैं। बीटेक, बीबीए, बीसीए, एमबीए व एमसीए की तरह इनकी परीक्षाएं भी आयोजित की जाएंगी। छात्रों को विश्वविद्यालय का यह फरमान नगवार गुजरा है। उन्होंने गुरुवार को विश्वविद्यालय में इस फरमान के खिलाफ धरना प्रदर्शन करने का निर्णय लिया है। कुलसचिव डाॅ. अनिल कुमार यादव ने कहा कि विश्वविद्यालय के नियमानुसार परीक्षाएं कराई जा रही हैं। जिन छात्रों की परीक्षाएं जरूरी हैं उन्हें आयोजित कराया जा रहा है जबकि कुछ संकाय में अभी परीक्षा समिति में निर्णय लिया जाना बाकी है।
औसत अंकों पर मिली प्रमोशन की स्वीकृति
बीबीए व बीसीए समेत अन्य प्रोफेशनल कोर्स में बैक परीक्षा के दायरे में आने वाले छात्रों को भी सीधे प्रमोट नहीं किया गया है। उन्हें औसत अंकों के आधार पर प्रमोशन दिए जाने की रूपरेखा तैयार की गई है। जो छात्र दूसरे व चैथे सेमेस्टर परीक्षा में फेल हुए हैं उन्हें उसी सूरत में अगली कक्षा में प्रमोशन मिल सकेगा जब उन्होंने दूसरे प्रश्न पत्रों इतने अंक प्राप्त किए हो कि उन्हें पास किया जा सके। अगर फेल प्रश्न पत्र के अलावा अन्य प्रश्न पत्रों में भी इतने अंक नहीं हैं कि उन्हें प्रमोट की श्रेणी में रखा जा सके तो पिछली कक्षा की परीक्षा उन्हें दोबारा देनी होगी।