स्तन कैंसर के कारण, लक्षण और उपचार के बारे में पढ़े एक्सपर्ट की राय
कानपुर की वरिष्ठ कैंसर रोग विशेषज्ञ डा. प्रीति शुक्ला ने बताया कि यदि सही पहचान और समय पर मिले उपचार तो लाइलाज नहीं है स्तन कैंसर। आइए जानते हैं स्तन कैंसर के कारण लक्षण और उपचार के बारे में...
कानपुर, जेएनएन। जब शरीर की कोशिकाओं में अनियंत्रित विभाजन होता है तो ये आसामान्य कोशिकाएं एक जगह एकत्र होकर ट्यूमर बना देती हैं। यह एक उभार या गांठ के रूप में नजर आता है। यदि शुरुआत में इसकी पहचान हो जाए और उपचार किया जाए तो यह पूरी तरह ठीक हो सकता है, लेकिन चौथी स्टेज पर पहुंचने पर इसका उपचार संभव नहीं है, इसलिए इस संबंध में जागरूकता बेहद आवश्यक है।
प्रमुख कारण
स्तन कैंसर कई बार आनुवांशिक वजहों से होता है, पर इसकी कई और वजह भी होती हैं, जिन्हें समझना जरूरी है जैसे धूमपान व अल्कोहल का सेवन, मोटापा, स्तनपान न कराना, हार्मोनल थेरेपी में दी जाने वाली दवाएं, अधिक उम्र में शादी और गर्भधारण, अनियमित जीवनशैली, लंबे समय तक गर्भ निरोधक गोलियों का सेवन इत्यादि। इन परिस्थितियों से यथासंभव दूरी बनाने का प्रयास कर सकती हैं।
प्रमुख लक्षण
- स्तन में गांठ होना। निप्पल से डिस्चार्ज निकलना
- स्तन के आकार में बदलाव होना
- निप्पल के आकार या त्वचा में बदलाव
- स्तन की त्वचा पर चकत्ते या खुजली होना
- स्तन में दर्द होना
संभव है पूर्ण उपचार
स्तन कैंसर की चपेट में आने पर घबराएं नहीं, बल्कि जितनी जल्दी हो सके चिकित्सकीय परामर्श लें। यदि पहली स्टेज में आवश्यक जांचों के बाद उपचार शुरू कर दिया जाए तो इसे पूरी तरह समाप्त किया जा सकता है। इसके उपचार में स्थिति के अनुसार चिकित्सक सर्जरी, कीमोथेरेपी, रेडिएशन थेरेपी, टारगेटेड ड्रग थेरेपी और इम्यूनोथेरेपी जैसे विकल्प अपनाते हैं।
इस तरह करें बचाव
- 40 की उम्र के बाद साल में एक बार मैमोग्राफी अवश्य कराएं
- सप्ताह में कम से कम पांच दिन 30 मिनट योग व एक्सरसाइज अवश्य करें
- भोजन में मौसमी फलों व हरी सब्जियों को अधिक मात्रा में शामिल करें
- प्रोसेस्ड फूड्स के सेवन से बचें
- धूमपान व अल्कोहल से परहेज करें
- वसा युक्त भोजन का सेवन सीमित मात्रा में करें
- शरीर पर बढ़ती चर्बी स्तन कैंसर का कारण बने इस्ट्रोजन हॉर्मोन का बढ़ाती है इसलिए अपने शरीर में अतिरिक्त वजन को कम करें