परिषदीय स्कूलों में खेल, बिना जीएसटी दिए ही खरीदीं किताबें और खेल सामग्री
एडी बेसिक ने उच्च प्राथमिक विद्यालय रायपुर व रनियां में पकड़ा मामला बीएसए व खंड शिक्षा अधिकारी से तीन दिन में मांगा स्पष्टीकरण।
कानपुर, जेएनएन। जीएसटी और सीजीएसटी अदा किए बगैर प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों में किताबों व खेलकूद सामग्री की खरीद की जा रही है। सोमवार को यह बात उस वक्त सामने आई जब एडी बेसिक डॉ. फतेह बहादुर सिंह ने सरवनखेड़ा विकास खंड के उच्च प्राथमिक विद्यालय रायपुर और उच्च प्राथमिक विद्यालय रनियां का निरीक्षण किया। इन दोनों विद्यालयों ने बिना जीएसटी अदा किए ही अलग-अलग पांच हजार व दस हजार रुपये का भुगतान किया था।
एडी बेसिक डॉ. फतेह बहादुर सिंह सोमवार को उच्च प्राथमिक विद्यालय रायपुर पहुंचे। यहां उन्होंने पुस्तकालय के लिए पांच हजार रुपये की धनराशि से ली जाने वाली किताबों के विषय में जानकारी मांगी। अध्यापकों ने बताया कि बिना विद्यालय प्रबंध समिति की बैठक के ही भारत ट्रेडिंग कंपनी के बिल पर किताबें खरीदी गईं हैं। शिक्षकों के मुताबिक संकुल प्रभारी ने इस तरह खरीदारी करने को कहा था। यह भी बताया था कि यह आदेश ऊपर से दिए गए हैं।
संदेह होने पर एडी बेसिक ने जब दस हजार रुपये की राशि से ली जाने वाली खेलकूद सामग्री की किट के बारे में पूछा तो उसे भी बिना बैठक गोवर्धन इंटरप्राइजेज से खरीदने की बात कही गई। दोनों ही बिलों में जीएसटी और सीजीएसटी का उल्लेख नहीं था। विद्यालय में पंजीकृत 229 बच्चों में से सिर्फ 91 ही उपस्थित मिले। उच्च प्राथमिक विद्यालय रनियां में भी जीएसटी के बिना ही खरीदारी की गई है। यहां पर किताबें शिव इंटरप्राइजेज और खेलकूद किट गोवर्धन इंटरप्राइजेज से खरीदी गई थी।
लाखों रुपये के घोटाले की संभावना
एडी बेसिक डॉ. फतेह बहादुर सिंह ने लाखों रुपये के घोटाले की संभावना जताई है। उन्होंने बताया कि जनपद में प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्कूलों की संख्या दो हजार से अधिक है। शिक्षकों ने बताया है कि इन दो के अलावा अन्य स्कूलों में भी जो खरीदारी की गई है उसमें जीएसटी और सीजीएसटी की कटौती नहीं है। एडी बेसिक ने पूरे मामले की जानकारी आला अफसरों को दे दी है। साथ ही बीएसए और खंड शिक्षाधिकारी से तीन दिन में स्पष्टीकरण मांगा है।
लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप