हर गेंद पर दांव लगवाते थे सट्टेबाज, मैच खत्म होने पर करते थे कलेक्शन
दोनों टीमों पर अलग-अलग भाव कमजोर टीम जीतने पर दो से तीन गुना तक मुनाफा।
कानपुर, जेएनएन। शुक्रवार को तीन स्थानों पर छापा मारकर पकड़े गए आठ सटोरिए क्रिकेट मैच की हर गेंद, ओवर, विकेट, अद्र्धशतक, शतक, 10 या 15 ओवर में निर्धारित रनों के साथ ही टीमों की जीत-हार पर भी दांव लगाते थे। कमजोर टीम के जीतने पर दो से तीन गुना तक मुनाफे के लालच में लोग रुपये लगाते थे। मैच खेलने वाली दोनों टीमों का भाव अलग-अलग होता था।
एसपी पश्चिम डॉ. अनिल कुमार के मुताबिक, आरोपितों ने बताया कि वह निश्चित ओवर में रन की संख्या भी तय करते थे। कम रन बनने पर दांव लगाने वाला जीतता था, जबकि ज्यादा पर उनकी जीत होती थी। इसी तरह बार-बार भाव बदलते थे। वाट््सएप के जरिए इसकी सूचना सट्टा लगाने वाले को देते थे। उसकी चैट रिकॉर्ड से मैच खत्म होने के बाद रकम का कलेक्शन करते थे। दूसरे राज्य या जिले वालों को रकम देने के लिए मोहलत दी जाती थी। ज्यादातर लेनदेन नकद होता था।
श्रीलंका और नेपाल तक फैला नेटवर्क
क्रिकेट एप (एप्लीकेशन) के जरिए सट्टे के खेल में श्रीलंका और नेपाल के सटोरिये भी दांव लगाते थे। आरोपितों के मोबाइल फोन से नेपाल और श्रीलंका का कनेक्शन पता चला है। एसपी पश्चिम डॉ. अनिल कुमार ने बताया कि मुख्य आरोपित हरप्रीत ङ्क्षसह बेदी और विनोद छाबड़ा उर्फ टोनी ही इस पूरे खेल को ऑपरेट कर रहे थे। वह कई बार नेपाल घूम चुके हैं, जहां कैसिनो में जुआ खेलते थे। वहीं उनकी श्रीलंका और नेपाल के सट्टा माफिया से दोस्ती हुई थी। रीशू अरोड़ा, रीजक ङ्क्षसह और कन्नौज के तिर्वा निवासी गुरमीत ङ्क्षसह सटोरिये ढूंढ़कर दांव लगवाते थे।
हुई मुखबिरी, दो आरोपित फरार
विकास दुबे प्रकरण के बाद भी पुलिस ने सीख नहीं ली। इससे सटोरियों तक पहले ही सूचना पहुंच गई। इससे पांडु नगर निवासी रीजक ङ्क्षसह का पिता रंजीत उर्फ ङ्क्षरकू अपने एक साथी के साथ नोटों से भरा बैग लेकर निकल गया। दोनों की तलाश में पुलिस टीमें लगी हैं। पुलिस के मुताबिक, रंजीत पकड़ा जाता तो डेढ़ करोड़ से अधिक रकम बरामद होती।
गैंगस्टर लगा जब्त होगी संपत्ति, खंगाले जा रहे बैंक खाते
एसएसपी ने बताया कि आरोपितों पर गैंगस्टर लगेगा। संपत्ति भी जब्त की जाएगी। राजस्थान पुलिस की मदद से जयपुर में बैठे गैंग सरगना व मुख्य सट्टा माफिया सोनू सरदार की तलाश की जा रही है। वह दुबई, शारजाह, कुवैत आदि देशों के सट्टा माफिया के संपर्क में है। साथ ही सभी आरोपितों के बैंक खाते भी खंगाले जाएंगे। डिजिटल ट्रांजेक्शन चेक कराकर लेनदेन का ब्योरा जुटाया जा रहा है।