73 बूथों पर कांग्रेस से हारकर जीती भाजपा, दीपावली बाद पार्टी के रणनीतिकार करेंगे मंथन Kanpur News
349 बूथों में भाजपा को 275 बूथों पर मिली बढ़त कई बूथों पर कांग्रेस का 15 फीसद वोट भी भाजपा को नहीं मिले।
कानपुर, [श्रीनारायण मिश्र]। विजय का जश्न मनाने के बाद अब भाजपा खेमे में इस बात की चिंता होगी कि उसे 73 बूथों पर कांग्रेस से हार का सामना करना पड़ा। बेशक पार्टी ने कुल 349 बूथों में 275 पर विजय पताका फहराई, लेकिन भाजपा का गढ़ माने जाने वाले अर्मापुर से लेकर रावतपुर, विजयनगर, दादानगर, सिंधी धर्मशाला समेत कई क्षेत्रों में उसे करारी मात मिली। एक बूथ तो ऐसा रहा जहां भाजपा चौथे और एक बूथ पर तीसरे नंबर पर रही।
गोविंदपुर उपचुनाव में भाजपा की जीत का अंतर देखें तो उसे बेहद अच्छा कहा जा सकता है, क्योंकि भाजपा प्रत्याशी सुरेंद्र मैथानी ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी से डेढ़ गुना से अधिक मत हासिल किए। हालांकि, जिस तरह से भाजपा ने बूथों की संरचना की थी और हर बूथ के लिए एक पदाधिकारी को जिम्मेदार बनाया था। उस हिसाब से 73 बूथ प्रभारी फेल साबित हुए। जाहिर है पार्टी के प्रदेश महामंत्री संगठन सुनील बंसल जो जिम्मेदारी सौंप गए थे। उसे निभाने में कहीं न कहीं चूक हुई है। सो दीपावली बाद समीक्षा के बाद पार्टी कुछ कठोरता दिखा सकती है। हालांकि निर्वाचित विधायक व उत्तर क्षेत्र के जिलाध्यक्ष सुरेंद्र मैथानी कहते हैं कि त्योहार की वजह से मतदान का प्रतिशत कम रहा। बाकी सबका अच्छा सहयोग मिला। जो खामियां होंगी उसे सब मिलकर दुरुस्त कर लेंगे।
तीन बूथों पर सपा ने फहराया परचम
गोविंदपुर उपचुनाव में तीन बूथों पर समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी को सर्वाधिक मत मिले। मजे की बात रही कि इसमें दो बूथों पर भाजपा तीसरे और एक में चौथे स्थान पर रही। गुजैनी गांव के महानगर पालिका स्कूल में बूथ संख्या 299 में सपा को 110, बसपा को 97, भाजपा को 93 और कांग्रेस को 59 मत मिले। इसी तरह मसवानपुर में बूथ संख्या 97 में सपा को 95, बसपा को 83, कांग्रेस को 79 और भाजपा को महज 67 वोट मिले। यहीं बूथ संख्या 98 में सपा को 107, कांग्रेस को 85, भाजपा को 69 और बसपा को 48 मत मिले।
सदस्यों जितने भी नहीं मिले वोट
गोविंदनगर विधानसभा क्षेत्र में भाजपा की सदस्य संख्या करीब 80 हजार है, लेकिन यहां भाजपा को वोट 60 हजार मिले। यानि भाजपा को अपने सदस्यों के वोट भी हासिल नहीं हो सके। इसके पीछे भितरघात को भी जिम्मेदार माना जा रहा है। दिवाली बाद पार्टी इस विषय पर मंथन करेगी। भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष एवं चुनाव प्रभारी रंजना उपाध्याय का कहना है कि पार्टी ने अभी बूथवार समीक्षा नहीं की है। जीत बहुत अच्छी हुई है। अब त्योहार का मौका है। इसलिए इसके बाद ही बूथवार समीक्षा की जाएगी। ताकि भविष्य में और बेहतर किया जा सके।
इन बूथों पर रहा चिंताजनक फासला
बूथ सं. कांग्रेस भाजपा
73 141 21
74 199 27
78 175 20
84 241 41
85 257 58
148 139 55
149 106 37
151 291 61
349 80 25