Bikru Case: मुठभेड़ में शहीद हुए सीओ की बेटी ने भी नौकरी के लिए किया आवेदन, एसएसपी दफ्तर से मिला ये जवाब
एक दारोगा और तीन सिपाहियों के आश्रित पहले ही कर चुके आवेदन। बिल्हौर के तत्कालीन सीओ देवेंद्र कुमार मिश्रा शिवराजपुर थाना प्रभारी महेश चंद्र मंधना चौकी प्रभारी अनूप कुमार ङ्क्षसह दारोगा नेबू लाल और चार सिपाही राहुल सुल्तान ङ्क्षसह बबलू व जितेंद्र शहीद हो गए थे।
कानपुर, जेएनएन। बिकरू कांड में शहीद हुए सीओ देवेंद्र कुमार मिश्रा की बड़ी बेटी वैष्णवी ने भी मंगलवार को मृतक आश्रित कोटे से नौकरी के लिए आवेदन कर दिया। आवेदन करने के दौरान एसएसपी दफ्तर के बाबू ने कुछ जरूरी दस्तावेज भी तैयार कराने के लिए कहा है। इससे पूर्व एक दारोगा और तीन सिपाहियों के आश्रितों ने नौकरी के लिए आवेदन किया था। जिसे देखते हुए उनकी शारीरिक मानक परीक्षा भी हो चुकी है।
घटना वाली रात ये लोग हुए थे शहीद
दो जुलाई की रात बिकरू गांव में हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे को पकडऩे गई पुलिस टीम पर विकास व उसके साथियों ने ताबड़तोड़ फायङ्क्षरग कर दी थी। इसमें बिल्हौर के तत्कालीन सीओ देवेंद्र कुमार मिश्रा, शिवराजपुर थाना प्रभारी महेश चंद्र, मंधना चौकी प्रभारी अनूप कुमार ङ्क्षसह, दारोगा नेबू लाल और चार सिपाही राहुल, सुल्तान ङ्क्षसह, बबलू व जितेंद्र शहीद हो गए थे।
जल्द ही इन्हें बुलाया जाएगा
सितंबर व अक्टूबर में अनूप ङ्क्षसह की पत्नी नीतू, राहुल की पत्नी दिव्या, सुल्तान की पत्नी उर्मिला और बबलू के भाई उमेश ने मृतक आश्रित के तहत नौकरी के लिए आवेदन किया था। उनकी शारीरिक मानक परीक्षा हो चुकी है। दौड़ परीक्षा के लिए जल्द ही उन्हें बुलाया जाएगा। इधर, सीओ की बड़ी बेटी वैष्णवी ने भी हाल ही में स्नातक की परीक्षा पास कर ली थी। मंगलवार को वैष्णवी ने मां आशा मिश्रा व एक रिश्तेदार के साथ एसएसपी दफ्तर पहुंचकर दारोगा की नौकरी के लिए आवेदन किया। दफ्तर के बाबू ने बताया कि परिवार से कुछ जरूरी दस्तावेज और मांगे गए हैं। इसके बाद फाइल अग्रसारित कर दी जाएगी।
राजपत्रित अधिकारी की नौकरी के लिए करेंगे मांग
शहीद सीओ के रिश्तेदार ने बताया कि वह बेटी वैष्णवी के लिए शासन से राजपत्रित अधिकारी की नौकरी देने की मांग करेंगे। उन्होंने बताया कि इस बाबत पूर्व के कुछ उदाहरण भी रखे हैं। उन्होंने बताया कि पूर्व में दिवंगत सीओ जियाउल हक की पत्नी को राजपत्रित अधिकारी का पद मिल चुका है। इसी तरह दिवंगत इंस्पेक्टर ध्रुवलाल यादव के आश्रित को भी राजपत्रित अधिकारी का पद मिल चुका है।