बाबा को लेकर पापा जल्दी आना... लेकिन घर आई उनकी मौत की खबर तो मचा कोहराम
महोबा जनपद में पलका चौकी के पास किसी वाहन की टक्कर से सड़क पर गिरे बाइक सवार पिता-पुत्र की मौत हो गई। प्रयागराज से लौटे पिता को घर लाने के लिए बेटा बाइक से मुख्यालय के बस अड्डे पास तक गया था।
कानपुर, जेएनएन। कानपुर से सटे बुंदेलखंड क्षेत्र के जनपद महोबा के कस्बा श्रीनगर का दाउपुरवा में रहने वाले शिक्षक पिता को लेने बस स्टेशन तक गए थे लेकिन वापस पिता-पुत्र की मौत की खबर आई तो कोहराम मच गया। बाबा को लेकर पापा जल्दी आना... शायद यही कहने वाली दो मासूम बेटियों इतनी छोटी हैं कि उन्हें पिता की माैत का जरा भी इल्म नहीं है लेकिन दोनों मासूमों को देखकर उनकी मां बदहवास हो रही है।
महोबा जनपद के कस्बा श्रीनगर का दाउपुरा निवासी 55 वर्षीय ख्यालीराम विश्वकर्मा गांधी आश्रम में नौकरी करते थे और कार्यालय के किसी काम से प्रयागराज गए थे। सोमवार की देर शाम वह प्रयागराज से बस में सवार होकर महोबा पहुंच गए और फोन पर बेटे से लेने आने को कहा। इसपर उनका 35 वर्षीय पुत्र राजेश विश्वकर्मा बाइक से पिता को घर लाने के लिए महोबा पहुंच गया। पिता को बाइक पर बिठाकर राजेश श्रीनगर की ओर रवाना हुए।
रास्ते में पलका चौकी के पास किसी वाहन ने बाइक में टक्कर मार दी, जिससे पिता-पुत्र गंभीर रूप से घायल हो गए। ख्यालीराम ने किसी तरह फोन करके घरवालों को सूचना दी। थोड़ी देर बाद मौके पर लोगों की भीड़ जमा हो गई और स्वजन भी पहुंच गए। इसके बाद पिता-पुत्र को जिला अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया गया। इसकी खबर लगते ही घर में कोहराम मच गया। स्वजन ने बताया कि राजेश विश्वकर्मा एकल विद्यालय में शिक्षक थे। उनकी दो पुत्रियां तीन वर्षीय अनन्या व एक वर्षीय अराध्या हैं। घटना के बाद बच्चियों को देखकर पत्नी बेदहवास हो गई है।