Move to Jagran APP

Bharat Bandh in Kanpur: प्रशासन की सतर्कता ने बिगाड़ा नेताओं का खेल, सपा विधायक समेत कई कार्यकर्ता और पदाधिकारी गिरफ्तार

नयागंज किराना बाजार ने बंदी की घोषणा की है लेकिन मात्र दोपहर एक बजे तक। इन व्यापार मंडलों को छोड़ बाकी ने दुकानें खोलने की बात सात दिसंबर को ही कह दी थी। पूर्व सांसद राजाराम पाल को कार्यकर्ताओं के साथ फूलबाग गांधी प्रतिमा से हिरासत में लिए गया।

By ShaswatgEdited By: Published: Tue, 08 Dec 2020 06:50 AM (IST)Updated: Tue, 08 Dec 2020 11:30 PM (IST)
Bharat Bandh in Kanpur: प्रशासन की सतर्कता ने बिगाड़ा नेताओं का खेल, सपा विधायक समेत कई कार्यकर्ता और पदाधिकारी गिरफ्तार
सपा विधायक इरफान सोलंकी और अमिताभ बाजपेयी को ले जाती पुलिस।

कानपुर, जेएनएन। देश भर में सरकार बनाम किसान नामक आंदोलन छिड़ चुका है। ऐसे में दोनों पक्षों ने एड़ी चोटी का जोर लगा दिया गया है। कानपुर में भारत बंद के आह्वान का समर्थन कर रहे लोगों को उनके आंदोलन से पहले ही जिला प्रशासन ने घरों में ही रोक लिया था। इसकी वजह से शहर में बंदी का असर नजर नहीं आ रहा था। सुबह से ही सभी बाजार सामान्य रूप से खुले। थोक बाजार जरूर देर से खुलते हैं लेकिन मोहल्लों और गलियों में दुकानें सुबह से ही खुल गईं। 

loksabha election banner

ऐसा रहा बाजारों का हाल

नौबस्ता गल्ला मंडी और गड़रियनपुरवा आटो मार्केट बंद रहे। हालांकि इस दौरान दोनों ही स्थानों पर पुलिस मौजूद रही। पुलिस ने दुकानदारों को आश्वस्त भी किया कि जो लोग दुकानें खोलना चाहे खोल सकते हैं, उन्हें कोई रोकेगा नहीं मगर किसी ने दुकानें नहीं खोलीं।

खुद को कृषि से सीधे जुड़े होने और किसानों द्वारा मंडी शुल्क का मुद्दा उठाने की बात कहकर उत्तर प्रदेश खाद्य पदार्थ व्यापार मंडल ने गल्ला मंडी में कारोबार बंद रख धरना दिया। इससे पहले व्यापार मंडल के प्रदेश अध्यक्ष ज्ञानेश मिश्रा को घर पर ही रोका गया जिस पर उन्होंने शांतिपूर्वक धरना की बात कह आश्वस्त किया। तब पुलिस ने उन्हें जाने दिया। शाम को व्यापारियों ने मंडी सचिव सुभाष सिंह को ज्ञापन देकर मंडी शुल्क खत्म करने की मांग की।

दूसरी ओर गड़रियनपुरवा के कारोबारियों ने कहा कि उनके ज्यादातर उपकरणों की खरीद किसान ही करते हैं, इसलिए वे बंद का समर्थन कर रहे हैं। सुबह से ही बाजार की दुकानें बंद रहीं। कोई विवाद ना हो, इसलिए सुबह से पुलिस भी मौजूद रही। इस मौके पर कुलवंत सिंह, अजीत सिंह भाटिया, इंदरपाल सिंह, सन्नी सिंह आदि रहे। वहीं प्रतिनिधि उद्योग व्यापार मंडल के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनूप शुक्ला ने बंद के समर्थन में कार्यकर्ताओं के साथ जिलाधिकारी कार्यालय में ज्ञापन सौंपा।

 यह भी पढ़ें : बैठक में बनी सहमति, एक स्वर में कारोबारी बोले- रोज की तरह खुलेंगी बाजारें, सीए की परीक्षा स्थगित

इन क्षेत्राें में पूर्व की भांति खुल गईं दुकानें

सुबह से ही बर्रा, किदवई नगर, नौबस्ता, कर्रही, कौशलपुरी, गुमटी, अशोक नगर, नवाबगंज, चकेरी, श्याम नगर, पनकी, कल्याणपुर आदि क्षेत्र के मोहल्लों में दुकानें खुल गई थीं। नवीन मार्केट में सबसे पहले राजनीतिक दलों द्वारा बंदी का प्रयास किया जाता है, इसलिए वहां व्यापारियों ने थोड़ा इंतजार के बाद दुकानें खोलनी शुरू कीं। शहर में बवाल ज्यादा न बढ़े इसलिए चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात था।

पुलिसकर्मियों द्वारा प्रदर्शनकारियों को बेहद सहजता से समझााया गया। एसीएम और सीओ को सक्रिय रहने के निर्देश पहले से थे कि कहीं भी कोई जबरन बंदी न कराए।

बड़े-बड़े व्यापारी नेताओं ने झाड़ लिया पल्ला

  • फीट के महामंत्री उमंग अग्रवाल ने भी अपने संगठन की सभी व्यापारिक और औद्योगिक इकाइयों के खुले रहने की घोषणा की थी।
  • कैट के राष्ट्रीय सचिव और कानपुर सराफा एसोसिएशन के अध्यक्ष पंकज अरोड़ा ने भी बंदी का विरोध किया था।
  • केमिकल एंड डाइज एसोसिएशन के प्रदेश महामंत्री आरके सफ्फड़ ने भी बाजार खुले रहने की घोषणा की थी।
  • नौघड़ा कपड़ा कमेटी के अध्यक्ष शेष नारायण त्रिवेदी ने किसानों के आंदोलन का तो समर्थन किया है लेकिन दुकानें खोलने की बात कही थी।
  • कुछ एेसी ही स्थिति कंछल गुट के व्यापार मंडल की थी जिसने किसानों के आंदोलन का तो समर्थन किया है लेकिन बंद से तटस्थ रहने की बात कही है।

प्रशासन ने नेताओं का बिगाड़ा गणित

प्रदर्शन करने की तैयारी कर चुके विपक्षी दलों के नेता और कार्यकर्ताओं का राजनीतिक समीकरण तब बिगड़ गया जब वे घर से निकलने ही वाले थे। प्रशासन ने सुबह 10 बजे से नेताओं के घर पर डेरा डाल दिया। समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता पदाधिकारियों के साथ शिक्षक पार्क नवीन मार्केट में सुबह साढ़े 11 बजे धरना अौर प्रदर्शन करने की तैयारी कर रहे थे, लेकिन पुलिस ने पहले पहुंचकर सारा खेल बिगाड़ दिया था।

नगर अध्यक्ष, सपा विधायक समेत सभी बड़े अाला पदाधिकारियों को पुलिस ने घरों में नजर बंद कर दिया गया था। ऐसे में चेतावनी देते हुए सपा विधायक अमिताभ बाजपेई ने कहा कि शिक्षक पार्क जाने के लिए घर से निकलेंगे। पदाधिकारियों व कार्यकर्ताअों से समय पर पहुंचने के लिए कहा गया है, पुलिस चाहे तो गिरफ्तार कर ले।

कांग्रेसी भी हुए नजरबंद

प्रदर्शन के लिए सुबह पूर्व सांसद सुभाषिनी अली को निकल ही रही थीं कि उन्हें उनके घर में ही रोक दिया गया था। उन्हें 11 बजे शिक्षक पार्क से जुलूस निकालना था। विधायक सुहैल अख्तर अंसारी के खपरा मोहाल स्थित आवास के बाहर पुलिस ने डेरा डाला तो उन्हें नीचे ही नहीं उतरने दिया। शहर कांग्रेस कमेटी के निवर्तमान अध्यक्ष हरप्रकाश अग्निहोत्री के घर भी क्षेत्रीय चौकी इंचार्ज पहुंचे और नीचे उतरते ही उन्हें नजरबंद किए जाने की सूचना दी। उधर, विधानसभा चुनाव लड़ चुकीं करिश्मा ठाकुर के घर भी रेलबाजार पुलिस पहुंच गई। फिलहाल अभी ऊषारानी कोरी के घर पर पुलिस ने पहरा बिठा दिया है। नगर ग्रामीण में फूलबाग में किसानों के पक्ष में आंदोलन का आह्वान किया था। इसके चलते कई बड़े नेता स्वामीनाथ गिरी, जयशंकर द्विवेदी, निमित मिश्रा कार्यकर्ताओं के साथ उनके घर पहुंचे थे, जहां पुलिस ने सभी को बिठा लिया।

शहर कांग्रेस कमेटी ने किसानों के समर्थन में मेस्टन रोड में कार्यक्रम का आयोजन किया था। कांग्रेस कार्यकर्ता यहां अर्धनग्न अवस्था में सद्बुद्धि हवन करने वाले थे। इतना ही नहीं प्रदर्शन को और व्यापक बनाने के लिए फूलबाग में नगर ग्रामीण कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने किसान नेताओं के साथ धरना प्रदर्शन करने की योजना बनाई थी। चूंकि बड़े नेताओं को पुलिस ने नजरबंद कर लिया है फिर भी आयोजन स्थल पर पुलिस तैनात कर दी गई है ताकि कार्यकर्ता कार्यक्रमों को अंजाम न दे सके।

इन लोगों की हुई गिरफ्तारी

बड़ी संख्या में सपा के कार्यकर्ताओं को पदाधिकारियों को गिरफ्तार कर पुलिस लाइन लाया गया है। जिसमें विधायक अमिताभ बाजपेयी, इरफान सोलंकी, नगर अध्यक्ष डॉक्टर इमरान के अलावा सम्राट विकास यादव, अकील शानु, फिरोज खान, रियाज, बबलू मोहम्मद, मेराज और शाहरुख खान शामिल हैं। बता दें कि अमिताभ बाजपेई के घर के बाहर बड़ी संख्या में पुलिस बल मौजूद होने के कारण उन्हें काफी देर तक झड़प करनी पड़ी। इसके बाद उनको गिरफ्तार करके पुलिस लाइन ले जाया गया।

करिश्मा ठाकुर ने कहा, किसान पलट देंगे सत्ता का नामोनिशान

भारत बंद और किसान आंदोलन का समर्थन कर रही कांग्रेस के फायर ब्रांड नेताओं को पुलिस हाउस अरेस्ट कर रही है इसी क्रम में पूर्व गोविंद नगर विधानसभा प्रत्याशी करिश्मा ठाकुर को पुलिस ने हाउस अरेस्ट कर लिया। करिश्मा ठाकुर किसानों के समर्थन में तिलक हाल पर एक कार्यक्रम करने जा रही थीं। उससे पहले पुलिस ने घर पर ही घेरा बंदी कर दी, जिसमें करिश्मा ठाकुर की पुलिस तीखी नोकझोंक हुई। आरोप लगाते हुए करिश्मा ठाकुर ने कहा कि केंद्र सरकार की ओर से किसान आंदोलन को दबाने की साजिश विपक्षी दलों के सभी नेताओं को दबाने का प्रयास किया जा रहा है। कांग्रेसी नेताओं को हाउस अरेस्ट किया जा रहा है। अन्नदाता किसानों का समर्थन कर रही कांग्रेस के नेताओं की आवाज को दबाने की कोशिश की जा रही है। 

कांग्रेसी बोले, अन्नदाताओं को परेशान करने वालों को सत्ता में रहने का हक नहीं

गोविंदनगर थाना क्षेत्र के दबौली वेस्ट में कांग्रेसी नेताओं ने किसान बिल के विरोध में बिलों अर्थी निकाल कर सरकार का विरोध किया। इस दौरान पुलिस से भी उनकी जमकर बहस हुई। इसके बाद पुलिस हिरासत में थाने ले आई। उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश सचिव विकास अवस्थी ने बताया कि भाजपा सरकार बिल्कुल किसान हित में कोई कदम नहीं उठा रही है। किसानों के सभी संगठन आज बिल का विरोध जता रहे हैं। ऐसे में भाजपा सरकार को किसान बिल वापस लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि अन्नदाताओं को परेशान करने वालों को सत्ता में रहने का कोई अधिकारी नहीं है। आने वाले दिनों चुनावों में मतदान कर जनता भाजपा सरकार को हटाने का काम करेगी। प्रदर्शन के दौरान पुलिस कांग्रेसियों को थाने ले गई। 

नेता आगे पुलिस पीछे, बाईपास जाम का किया प्रयास

किसान बिल के विरोध में युवजन सभा के जिलाध्यक्ष अर्पित यादव गलियों से होते हुए करई सब्जी मंडी पहुंचे। इस दौरान उनके पीछे बर्रा पुलिस लगी रही, लेकिन बर्रा बाईपास में उन्होंने सड़क जाम करने का प्रयास किया। इस पर पुलिस ने लाठी भांज कर समर्थकों के साथ अर्पित को हिरासत में लिया। अर्पित ने बताया कि पुलिस के डंडे से पैर में गहरी चोट पहुंच गई है। इस वजह से बर्रा पुलिस पर मुकदमा दर्ज कराएंगे।

शहर के इन क्षेत्रों में भी गूंजा शोर

  1. पूर्व सांसद राजाराम पाल को कार्यकर्ताओं के साथ फूलबाग गांधी प्रतिमा से हिरासत में लिए गया। सभी पुलिस लाइन भेजे गए।
  2. यशोदा नगर बाईपास चौराहे पर सरदार पटेल की मूर्ति के नीचे समाजवादी पार्टी युवजन सभा के पूर्व जिलाध्यक्ष प्रवीण सिंह बंटी यादव के नेतृत्व में प्रदर्शन हुआ।
  3. समाजवादी युवजन सभा कानपुर ग्रामीण के जिलाध्यक्ष अर्पित यादव पार्षद के नेतृत्व में महाराजपुर विधानसभा के अंतर्गत ट्रैक्टर व मोटर साइकिलों से रैली निकाली गई।
  4. प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया कानपुर महानगर अध्यक्ष आशीष चौबे के नेतृत्व में उनके कार्यालय के बाहर प्रदर्शन के बाद थानाध्यक्ष स्वरूपनगर को ज्ञापन दिया गया।
  5. महाराजपुर हाईवे भाकियू ने लगाया जाम और उसके बाद काफी देरतक की नारेबाजी।
  6. बर्रा बाइपास पर सपाइयों का हंगामा। पुलिस ने 2 दर्जन से अधिक सपा कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया।

Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.