Bhai Dooj 2022: आयुष्मान योग में बहनों ने लगाया तिलक, जेल में बंदियों के सूने माथे पर 2 साल बाद लगा टीका
Bhai Dooj 2022 कानपुर में सुबह सात बजे से शुभ मुहूर्त में आयुष्मान योग में बहनों ने भाइयों के तिलक लगाना शुरू किया। बाबा आनंदेश्वर मंदिर और सिद्धिविनायक मंदिर में भगवान काे तिलक पूजन के लिए महिलाओं की भीड़ रही। जेल में निरुद्ध् भाइयों का भी तिलक किया।
कानपुर, जागरण संवाददाता। भैया दूज का पर्व गुरुवार को आयुष्मान योग और स्वाति नक्षत्र में मनाया जा रहा है। सुबह शुभ मुहूर्त सुबह सात बजे से 11 बजे तक बहनों ने गणपति महाराज का पूजन करके भाइयों का तिलक किया और दीर्घायु व सुख समृद्धि कामना की। वहीं जेल में भी दो साल से बंदियों के सूने माथे पर बहनों ने भाईदूज पर तिलक किया। जेल में बंद भाइयों से मिलने के लिए सुबह से बहनों की कतार लगी रही।
परमट और घंटाघर स्थित सिद्धिविनायक मंदिर में बड़ी संख्या में भगवान का पूजन अर्चन भैया दूज के अवसर पर किया गया। धूनी ध्यान केंद्र के चार अमरेश मिश्र ने बताया कि स्वाति नक्षत्र और आयुष्मान योग में भैया दूज का पर्व विशेष फलदाई होता है। इसमें गणपति महाराज का पूजन अर्चन कर बहने भाइयों के सुख समृद्धि का वर मांगती हैं।
बाबा आनंदेश्वर मंदिर परिसर में सुबह से ही बहनें पूजा की थाली सजा कर गणपति महाराज का विधि विधान से पूजन का महादेव के समक्ष भाइयों को समृद्धि का तिलक लगा रही हैं। मंदिर में प्रतिवर्ष की तरह सार्वजनिक भैया दूज का पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है।
घंटाघर स्थित सिद्धिविनायक मंदिर में गणपति महाराज को भोग प्रसाद और दूब अर्पित कर भाइयों की आरती की जा रही है। हालांकि दीपोत्सव के अगले दिन 25 अक्टूबर को सूर्य ग्रहण पड़ जाने के चलते सभी लोगों ने गोवर्धन पूजन और भैया दूज बुधवार को ही मना लिया। वहीं, स्वाति नक्षत्र आयुष्मान योग में बड़ी संख्या में शहरवासी भैया दूज का पर्व मना रहे हैं।
जेल में बंद भाइयों काे लगाया टीका
जेल में बंद अपने भाइयों को टीका लगाकर बहनों के आंसू छलक आए। कोविड प्रोटोकाल के चलते जेल प्रशासन ने रक्षाबंधन और भाईदूज पर बहनों की मुलाकात पर रोक लगा रखी थी, जो इस बार खत्म हो गयी। जेल अधीक्षक डा. बीडी पांडेय ने बताया कि जेल में निरुद्ध भाइयाें को टीका करने आने वाली बहनों के लिए विशेष इंतजाम किये गए हैं। ल के बाहर महिलाओं के बैठने के लिए कुर्सियों का प्रबंध करने के साथ पानी भी रखवाया गया है।
जेल में लगभग 3 हजार बंदी हैं, जिसके चलते करीब 1500 बहनों के आने की संभावना है। हालांकि काफी बहनाें ने बुधवार को भी भाइयों से मुलाकात करके टीका किया। बहनों ने भाइयों से भविष्य अपराध न करने का संकल्प भी करवाया। दोपहर 12 बजे तक करीब 800 बहनों ने अपने भाइयों को टीका किया, शाम तक यह क्रम चलेगा।