अजीम प्रेमजी विश्वविद्यालय की तर्ज पर बेसिक शिक्षा विभाग करने जा रहा अनूठा प्रयोग
बेसिक शिक्षा विभाग अब परिषदीय विद्यालयों में पढ़ाने वाले शिक्षकों की कार्यशैली स्वभाव और उत्कृष्ट कार्य की कहानी तैयार करेगा।
कानपुर, जेएनएन। अजीम प्रेमजी विश्वविद्यालय की तर्ज पर बेसिक शिक्षा विभाग भी अनूठा प्रयोग करने की तैयारी कर रहा। इसके पीछे विभाग की मंशा है कि प्राथमिक शिक्षकों में कुछ बेहतर करने की प्रेरणा जागृत हो और सरकारी स्कूलों की शिक्षा भी प्राइवेट स्कूलों की तरह आंकी जाने लगे। इसके लिए परिषदीय स्कूलों की सूची विभाग ने तैयार करानी शुरू कर दी है।
परिषदीय विद्यालयों में पढ़ाने वाले शिक्षकों के लिए अच्छी खबर है। बेसिक शिक्षा विभाग उनकी कहानी तैयार कराएगा, जो जिले के दूसरे सभी शिक्षकों के लिए प्रेरणास्रोत होगी और नजीर बनेगी। बीएसए डॉ.पवन तिवारी ने बताया कि ऐसे शिक्षकों की सूची हर विकासखंड से तैयार कराएंगे, फिर उसे शासन भेजेंगे। उन्होंने बताया कि अजीम प्रेमजी विश्वविद्यालय ने देशभर से 100 ऐसे शिक्षकों की सूची तैयार की थी, जिन्होंने सरकारी विद्यालयों में बेहतर ढंग से पढ़ाया और काम किया। ठीक वैसे ही अब बेसिक शिक्षा विभाग शिक्षकों की कहानी प्रकाशित कराने के लिए अनूठा प्रयोग करने जा रहा है। इसमें उन शिक्षकों की कहानी तैयार होगी, जो बेहतर काम करते हैं, जिनका व्यक्तित्व, कार्यशैली, स्वभाव अच्छा है।
राज्य पुरस्कार से 48 शिक्षक होंगे सम्मानित
बीएसए ने बताया कि राज्य पुरस्कार के लिए आवेदन करने वाले मंडल के 48 शिक्षकों को सम्मानित किया जाएगा। इनमें नगर के 23, देहात के आठ, इटावा व फर्रुखाबाद के पांच-पांच, कन्नौज के चार व औरैया के तीन शिक्षक शामिल हैं।