Kanpur में Baroda UP Bank के अधिकारी व कर्मचारी धरने पर बैठे, 42 शाखाएं बंद रहने से हजारों ग्राहक परेशान
कानपुर में बड़ौदा यूपी बैंक के अधिकारी व कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठ गए। एक दिवसीय हड़ताल होने से 42 शाखाएं बंद रहने से हजारों ग्राहक परेशान हो रहे है। भीतरगांव बिरहर बरईगढ़ भौंती बौसर तिवारीपुर व जाजमऊ आदि शाखाओं में भी काम नहीं हो रहा है।
कानपुर, जागरण संवाददाता। आल इंडिया रीजनल रूरल बैंक एम्प्लाइज एसोसिएशन के आवाहन पर बडौदा यूपी बैंक के कानपुर क्षेत्र के 200 से ज्यादा अधिकारी एवं कर्मचारी हड़ताल पर बैठे गए। इस दौरान कर्मचारियों ने क्षेत्रीय कार्यालय के सामने धरना प्रदर्शन भी किया।
राष्ट्रीय अध्यक्ष सगुण शुक्ला ने कहा कि आज देश भर की 43 ग्रामीण बैंकों के 70000 से ज्यादा अधिकारी एवं कर्मचारी हड़ताल पर है। उन्होंने बताया कि हड़ताल भारत सरकार द्वारा ग्रामीण बैंकों को भी निजीकरण के रास्ते मे ले जाने की प्रारम्भ की जा रही कार्यवाही के विरोध में है।
भारत सरकार ने ग्रामीण बैंकों को अपनी वैधानिक आवश्कता हेतु आवश्यक कैपिटल जुटाने के लिए शेयर बाजार के माध्यम से IPO लाकर पूंजी जुटाने के निर्देश जारी कर दिए गए है। जबकि एसोसिएशन सभी ग्रामीण बैंकों को एक करते हुए भारतीय राष्ट्रीय ग्रामीण बैंक बनाकर ग्रामीण भारत से सीधा जुड़ी 100 करोड़ आबादी के लिए एक बैंक स्थापित करने की मांग एक लंबे समय से की जा रही है।
उन्होंने बताया कि मांग को लेकर 10 अगस्त को दिल्ली जंतर मंतर में धरना भी दिया गया और बैंकिंग सचिव को ज्ञापन भी दिया गया था। इसी मांग को लेकर अभी तक देश भर के 100 से ज्यादा सांसदों को ज्ञापन भी दिया जा चुका है जो आगे भी जारी रहेगा। 500 से ज्यादा माननीय सांसदों को ज्ञापन देने का अभियान है।
वहीं, भीतरगांव,बिरहर, बरईगढ़, भौंती, बौसर, तिवारीपुर जाजमऊ, ख्योरा, रमईपुर, बिधनू, कठारा, कठेरुआ मालरोड, साढ़ व बिठूरआदि शाखाओं में काम नहीं हो रहा है।
बडौदा यूपी बैंक के क्षेत्रीय कार्यालयक में धरने के दौरान केंद्रीय समिति के सदस्य संजय गुप्ता, मुख्य इकाई के उपाध्यक्ष हीरेन्द्र सिंह चौहान, सौरभ श्रीवास्तव, अमित मिश्रा, विशाल सिंह आदि लोग मौजूद रहे है।