बांदा में चल रही अनोखी मुहिम, दुल्हन के पिता ने 'पेड़ प्रसाद' से किया बरातियों का स्वागत
फिर चर्चा में आए डीएम हीरालाल ने मंडप में पहुंच वर-वधू को आशीर्वाद भी दिया।
बांदा, जेएनएन। बरातियों का स्वागत... से होना चाहिये, एक विज्ञापन का ये जुमला तो शायद सभी को रटा होगा। कुछ ऐसा ही हो रहा बांदा के कार्यक्रमों में, एक शादी समारोह में मुहिम के तहत दुल्हन के पिता ने बरातियों का स्वागत 'पेड़ प्रसाद' से किया। शहर में इन दिनों पेड़ प्रसाद की अनोखी मुहिम चल रही है, हर कोई पेड़ का प्रसाद पा रहा है। इतना पढऩे के बाद आप यह जानने को जरूर बेताब हो गए होंगे कि आखिर ये पेड़ प्रसाद है क्या चीज... तो चलिए इसके बारे में आपको बताते हैं।
हमेशा सुर्खियों में रहते हैं डीएम हीरालाल
बांदा के डीएम हीरालाल अपने अनोखे प्रयासों को लेकर हमेशा सुर्खियों में बने रहते हैं। लोकसभा के चुनाव में उन्होंने मतदान के लिए जागरूकता मुहिम चलाई तो उन्हें चुनाव आयोग ने राष्ट्रीय पुरस्कार (बेस्ट इलेक्टोरल प्रैक्टिसिस 2019) के लिए नामित किया था। इसके बाद उनकी इच्छा जलसंरक्षण के लिए कुओं को बचाने की हुई तो कुआं पूजन अभियान शुरू करते हुए लोगों को प्रेरित किया।
इसके पीछे उनका उद्देश्य रहा कि सूखे से जूझ रहे बुंदेलखंड में पेयजल समस्या के निदान के लिए जलस्रोत को संरक्षित करने का। अपनी मुहिम के चलते लखनऊ में कृषि निदेशालय में ग्लोबल ऑर्गेनाइजेशन द्वारा आयोजित विश्व नीम सम्मेलन में उन्हें नीम रत्न से नवाजा गया। इन दिनों उनकी एक नई पहल चर्चा का विषय बनी है।
पर्यावरण संरक्षण का संदेश दे रहे
पौधारोपण को बढ़ावा देने के लिए डीएम हीरा लाल इन दिनों पेड़ प्रसाद अभियान चला रहे हैं। शादी-ब्याह के कार्यक्रम में जाकर वह हरियाली के लिए लोगों को प्रोत्साहित कर रहे हैं। शुकुल कुआं स्थित विवाह समारोह में पहुंचकर उन्होंने वर-वधू को आशीर्वाद दिया और पेड़ों की सुरक्षा के लिए प्रेरित किया। डीएम की मुहिम से प्रेरित होकर दुल्हन के पिता सुरेश कुमार गुप्ता ने बरातियों का स्वागत पौधे बांटकर किया।
करीब डेढ़ सौ पौधों का वितरण करते हुए पर्यावरण संरक्षण के लिए रोपने की अपील की। डीएम हीरालाल मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारा और चर्च सहित हर धार्मिक व वैवाहिक समारोह में हरियाली बढ़ाने को पौधे वितरित करा रहे हैं। अभी तक वह एक लाख से ज्यादा फूल व औषधीय पौधों का वितरण करा चुके हैं।