देश-दुनिया में खिलाड़ियों की खान कहा जाना वाला ग्रीनपार्क अब होगा औषधियों की भी खान
अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त ग्रीनपार्क के बास्केटबॉल कोर्ट के पास मैदान में अश्वगंधा सौंफ कनेर गिलोय बेल सतावर एलोवेरा आदि औषधियों के पौधों की बगिया तैयार की जा रही है।
कानपुर, [अंकुश शुक्ल]। अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त ग्रीनपार्क बहुत जल्द दुनिया में फिर अलग तरह से नाम कमाने वाला है। इस बार बेहतर खिलाड़ियों को देने की खान के लिए नहीं बल्कि आैषधियों की खान बनकर। लक्ष्मण जी की मूर्छा दूर करने के लिए सुखेन वैद्य के कहने पर भगवान श्रीराम का आदेश पाकर हनुमान जी हजारों किमी उड़कर संजीवनी लेने पहाड़ों पर गए थे, अगर सब ठीक रहा तो ग्रीनपार्क में भी ऐसी ही आयुर्वेद की जड़ी-बूटी लेने के लिए लोगों की कतार लग सकती है। जी हां, ग्रीनपार्क बहुत जल्द औषधियों की भी खान बनने जा रहा है।
ग्रीनपार्क को गुलजार करने के लिए बगिया में औषधीय पौधे लगाए जाएंगे, इसे लेकर काम शुरू कर दिया गया है। इसका लाभ खिलाडिय़ों और टहलने के लिए आने वाले लोगों को भी होगा। निदेशक खेल मुद्रिका बताया ने स्टेडियम की साफ-सफाई कराते समय बास्केटबॉल कोर्ट के पास खाली पड़े स्थान को उपयोग में लाने और आकर्षक बनाने की मंशा से इस योजना को तैयार किया गया। इस बगिया से खिलाडिय़ों को भी इन औषधियों की जानकारी हो सकेगी। प्रदेश में यह पहला स्टेडियम होगा जहां खेल के साथ औषधियों को प्रमुखता दी जाएगी।
इन औषधियों को लगाया जाएगा
बेल, तुलसी, पुदीना, अदरक, मेहंदी, नीम, मीठी नीम, दाल-चीनी, लैवेंडर, गेंदा, आंवला, अशोक, अश्वगंधा, सौंफ, कनेर, गिलोय बेल, सतावर, एलोवेरा, मेथी, नीबू, कचनार, जामुन, नीलगिरी, कैमोइल, करी पत्ता, लहसुन, पीपल सहित दर्जनों औषधियों युक्त पौधों को लगाया जाएगा।