Move to Jagran APP

ऑटोमेटिक कोच वाशिंग प्लांट से होगी ट्रेनों की सफाई, वाशिंग लाइन में लगाया जाएगा प्लांट

रेलवे ट्रैक पर दौड़ रहीं ट्रेनों की सफाई एक बड़ा काम है। ट्रेन की सफाई में अधिक पानी खर्च होता है समय भी बहुत लगता है। अब समय पानी दोनों की बचत होगी। एक ट्रेन पांच मिनट में साफ होगी।

By Moris SamuelEdited By: Published: Wed, 30 Dec 2020 08:14 PM (IST)Updated: Wed, 30 Dec 2020 08:14 PM (IST)
एक ट्रेन महज पांच मिनट में साफ हो जाएगी

कानपुर, जेएनएन। रेलवे ट्रैक पर दौड़ रहीं ट्रेनों की सफाई एक बड़ा काम है। एक ट्रेन की सफाई में जहां अधिक पानी खर्च होता है वहीं समय भी बहुत लगता है। लेकिन अब समय और पानी दोनों की बचत होगी। 24 कोच की एक ट्रेन महज पांच मिनट में साफ हो जाएगी। पानी भी बड़ी मात्रा में संरक्षित किया जा सकेगा। यह सब संभव होगा ऑटोमेटिक कोच वाशिंग प्लांट से। 

loksabha election banner

उत्तर मध्य रेलवे के प्रयागराज, आगरा और झांसी मंडल की वाशिंग लाइन में ट्रेनों की साफ सफाई आज भी पारंपरिक तरीके से हो रही है। जिसके चलते वक्त अधिक तो लगता ही है पानी की खपत भी बहुत होती है। कोच की सफाई भी समान रूप से नहीं हो पाती है। ऐसे में ऑटोमेटिक कोच वाशिंग प्लांट से सभी कोच की एक जैसी सफाई होगी। इसमें 12 चरण वाली स्वचालित वाशिंग इकाइयां लगायी गई हैं जो ऑटोमेटिक तरीके से कोच की सफाई करती हैं। मशीन मे लगा सेंसर इसके चलने का सही समय निर्धारित करता है और यह स्टाक के प्रकार जैसे कोच व लोकोमोटिव आदि का भी पता लगा लेता है। अपनी इसी क्षमता के बल पर मशीन कोच और इंजन को अलग-अलग तरीके से साफ करती है ताकि इंजन में पानी के छिड़काव से उसे नुकसान न हो। यह ऑटोमेटिक कोच वाशिंग प्लांट पानी की खपत को काफी हद तक कम कर देगा। मौजूदा सफाई प्रक्रिया में प्रति कोच लगभग एक हजार लीटर पानी की खपत होती है जबकि ऑटोमेटिक कोच वाशिंग प्लांट से सफाई में 300 लीटर पानी की खपत होती है। इनबिल्ट एंफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट इस मशीन में उपयोग किए जाने वाले लगभग 80 फीसद पानी को रीसाइकिल करता है जिससे पानी की खपत और भी कम हो जाती है। अधिकारी बताते हैं कि यह मशीन आठ किमी प्रति घंटा की स्पीड तक कोच की सफाई कर सकती है। 24 कोच की एक ट्रेन को साफ करने में केवल पांच मिनट लगेंगे। 

आगरा में शुरू, कानपुर में जल्द लगेगी

उत्तर मध्य रेलवे के प्रबंधक राजीव चौधरी ने आगरा में ऑटोमेटिक कोच वाशिंग प्लांट की शुरूआत करते हुए सभी वाशिंग लाइनों में इसे जल्द लगाने की आदेश दिए हैं। रेलवे अधिकारियों के मुताबिक दो से तीन माह में न्यू वाशिंग लाइन में यह मशीन लगायी जाएगी। 

इनका ये है कहना

ऑटोमेटिक कोच वाशिंग प्लांट का परीक्षण सफल रहा है। कोच और लोकोमोटिव की सफाई का काम अब इसी मशीन से कराया जाएगा । सभी वाशिंग लाइन में इसे लगाने के निर्देश दिए गए हैं। 

-अमित मालवीय, जनसंपर्क अधिकारी प्रयागराज मंडल


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.