पूर्व पुलिस आयुक्त असीम अरुण ने कैसे बदला अपना मन, पैतृक गांव आकर खोला रहस्य
कानपुर पुलिस कमिश्नरेट के पहले आयुक्त पद से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेने के बाद लखनऊ में भाजपा की सदस्यता ग्रहण करके असीम अरुण अपनी पत्नी ज्योतिष्ना के साथ कन्नौज में अपने पैतृक गांव पहुंचे और राजनीति में आने का घटनाक्रम साझा किया।
कन्नौज, जागरण संवाददाता। लखनऊ में भाजपा की सदस्यता ग्रहण करने के बाद कानपुर के पूर्व पुलिस आयुक्त असीम अरुण ने अपना मन कैसे बदला और इतना बड़ा फैसला कैसे लिया। उन्होंने अपने पैतृक गांव में आकर इस रहस्य से पर्दा उठाया। वह पत्नी ज्योतिष्ना के साथ पैतृक गांव गौरनपुरवा पहुंचे और उन्होंने पुलिस सेवा से राजनीति में आने का घटनाक्रम साझा किया। बताया, 31 दिसंबर की रात भाजपा मुख्यालय से फोन आया था। उन्हें पार्टी में शामिल होने की बात कही गई। इस प्रस्ताव पर उन्होंने एक सप्ताह मंथन किया। इसके बाद आठ जनवरी को स्वै'िछक सेवानिवृत्ति लेने के लिए पुलिस मुख्यालय को पत्र भेजा। वहां से स्वीकृति मिलने पर भाजपा में शामिल हुआ।
असीम ने कहा कि वह अब हर वर्ग को बराबर सम्मान दिलाने का काम करेंगे। पुलिस महकमे के बाद ईमानदारी का परचम राजनीति में भी लहराएंगे। बता दें, पूर्व पुलिस आयुक्त असीम के कन्नौज सदर सीट से चुनाव लडऩे की चर्चा है। वह यहां से चुनाव लड़ते हैं या नहीं, यह तो समय ही बताएगा। फिलहाल वह पार्टी की नीतियों को लोगों को बता रहे हैं।
टोल प्लाजा और गांव में स्वागत : असीम अरुण आगरा एक्सप्रेस-वे के टोल प्लाजा ठठिया पहुंचे तो स्वागत करने के लिए समर्थक पहुंच गए। इसके बाद गांव पहुंचे। वहां भी ग्रामीणों ने स्वागत किया। उन्होंने गांव में मां काली देवी के मंदिर में जाकर पूजा की। परिवार की दादी सोनकली ने मंदिर में उन्हें पूजा कराई। इसके बाद असीम अरुण ने गांव के लोगों से बात की। ग्रामीणों ने उन्हें नए सफर के लिए शुभकामनाएं और आशीर्वाद दिया।