उत्तर मध्य रेलवे ने तैयार किया प्रस्ताव, अनवरगंज बनेगा टर्मिनस रेलवे स्टेशन
जागरण संवाददाता, कानपुर : सेंट्रल रेलवे स्टेशन पर ट्रेनों का भार कम करने के लिए अनवरगंज रेल
जागरण संवाददाता, कानपुर : सेंट्रल रेलवे स्टेशन पर ट्रेनों का भार कम करने के लिए अनवरगंज रेलवे स्टेशन को टर्मिनस के रूप में विकसित करने पर विचार हो रहा है। उत्तर मध्य रेलवे ने इसके लिए प्रस्ताव तैयार कर लिया है जो रेलवे बोर्ड को भेजा जाएगा। बोर्ड ने इस योजना पर रुचि दिखाई तो आने वाले दिनों में अनवरगंज रेलवे स्टेशन एक नए रूप में दिखाई देगा।
अनवरगंज रेलवे स्टेशन की सेंट्रल स्टेशन से दूरी लगभग तीन किलोमीटर है। यह कानपुर में सेंट्रल स्टेशन के बाद दूसरे नंबर का रेलवे स्टेशन है। विशेष रूप से फर्रुखाबाद की ओर से आने वाली ट्रेनें वाया अनवरगंज होकर ही सेंट्रल स्टेशन पहुंचती हैं। अनवरगंज रेलवे स्टेशन पर अभी तीन प्लेटफार्म और एक साइडिंग है। यहां से गुजरने वाली यात्री ट्रेनों की संख्या लगभग 22 है। अधिकांश समय यहां के प्लेटफार्म खाली पड़े रहते हैं।
अनवरगंज को टर्मिनस स्टेशन के रूप में विकसित करके सेंट्रल स्टेशन का भार कम किया जाएगा। इसके लिए सबसे पहला विकल्प कानपुर से चलने वाली ट्रेने हैं, जिन्हें अनवरगंज से चलाया जाएगा। ऐसी ट्रेनों की संख्या लगभग एक दर्जन है। इसके अलावा कई ऐसी भी ट्रेनें हैं जिन्हें कुछ घंटों के ठहराव के बाद वापस लौटना है। ऐसे ट्रेनों को लूप लाइन में खड़ा करना पड़ता है जो बेहद मुश्किल काम है। नई योजना के मुताबिक अनवरगंज में प्लेटफार्म की संख्या तीन से बढ़ाकर चार की जाएगी, दो नई साइडिंग भी बनाई जाएंगी। इससे एक ही समय में अनवरगंज में कम से कम चार ट्रेनों का ठहराव हो सकेगा। स्टेशन डायरेक्टर डॉक्टर जितेंद्र कुमार ने बताया कि अनवरगंज को टर्मिनस के रूप में विकसित करने की योजना है। प्रस्ताव बन कर तैयार हो चुका है। जल्द ही इसे रेलवे बोर्ड को भेजा जाएगा।