अभियान के दौरान चमनगंज से पकड़े गए जानवर 5.10 लाख रुपये में हुए नीलाम
चट्टों को हटाने के लिए नगर निगम ने चलाया था अभियान महापौर और फोर्स के पहुंचने के बाद लोगों ने किया पथराव रविवार को बुलाई गई घोसी समाज की बैठक में विधायकों पर भड़क गई थीं महापौर कहा था मामले का राजनीतिकरण नहीं होने दिया जाएगा
कानपुर, जेएनएन। महापौर प्रमिला पांडेय ने चट़टा अभियान को लेकर सख्ती बरतनी शुरू कर दी है। चमनगंज में पकड़े गए 17 जानवरों की नीलामी बुधवार को नगर निगम मुख्यालय में हुई। 5.10 लाख रुपये में 15 भैंसें खरीदीं गईं। अपर नगर आयुक्त प्रथम भानु प्रताप सिंह की अगुवाई में शाम चार बजे नीलामी प्रारंभ हुई। हालांकि हंगामे की आशंका होते ही फोर्स पहले ही तैनात कर दी गई थी। लखनऊ के शादाब ने 5.10 लाख रुपये में 15 भैंसें खरीदी। इसके अलावा प्रयागराज के कल्लू प्रसाद ने 1.14 लाख में 70 सूअर को नीलामी में खरीदा। नगर निगम की टीम द्वारा फोर्स के साथ बाहर जानवरों को छुड़वाया जाएगा।
कार्यालय में ही सपा विधायक का धरना
चट्टो को हटाने से पहले शहर से बाहर जगह देने को लेकर दोनों सपा विधायक सुबह 11 बजे मंडलायुक्त डॉ राज शेखर के सिविल कार्यालय पहुंचे। इस दौरान मंडलायुक्त आए लेकिन विधायकों से न मिलकर निरीक्षण करके चले गए। थोड़ी देर बाद फिर मंडलायुक्त कार्यालय आए। उन्होंने कहा कि तीन लोगों से ही मिलेंगे। विधायकों ने बताया कि छह लोग है इस पर तीन-तीन करके मिलने की बात कहीं। इस पर दोनों विधायक नाराज हो गए और साथियों के साथ कार्यालय में धरने में बैठक गए। बाद में एडीएम सिटी और एसपी पूर्वी मौके पर पहुंचे।
नगर निगम के अभियान में अब तक
- 24 अतिक्रमण विरोधी अभियान चलाए जिसमें 105 स्थायी और 409 अस्थाई अतिक्रमणों को ध्वस्त किया गया।
- 38 बार अभियान चलाकर 1164 सूअरों को पकड़ा गया जिनको नीलाम कर नगर निगम को राजस्व की प्राप्ति हुई।
- चट्टों के खिलाफ अभियान चट्टों के खिलाफ अभियान चलाकर 114 गाएं और भैंसें पकड़ी जिनको या तो जुर्माना लेकर छोड़ा गया या नीलामी के माध्यम से छोड़ा गया।
- पॉलीथीन के जुर्माने के रूप में 1,75,000 रुपए अर्जित किए गए।
- जोनों के साथ संयुक्त अभियानों में यूजर चार्ज के तौर पे 2,62,500 रुपए और अपशिष्ट के जुर्माने के रूप में 2,21,550 रुपये वसूल किए। नवंबर से लेकर अब तक 5.8 टन प्रतिबंधित पॉलीथीन पकड़ी।
- नगर आयुक्त के आदेश पर किसानपुर में 62 एकड़ जमीन खाली कराई।