कानपुर के गोविंदपुरी रेलवे स्टेशन में महिलाओं पर है ट्रेनों के संचालन और सुरक्षा की जिम्मेदारी
कानपुर शहर में 2018 में महिलाओं को गोविंद नगर स्टेशन की कमान सौंपी गई थी। यहां महिला कर्मचारियों का कहना है कि नेतृत्व करना चुनौती से कम नहीं पर अच्छा लगता है। आरपीएफ थाने में भी लगती है महिला सिपाहियों की ड्यूटी।
कानपुर, जेएनएन। गोविंद नगर रेलवे स्टेशन वर्ष 2018 में महिला स्टेशन के रूप में विकसित किया गया था। यहां ट्रेनों से संचालन से लेकर सुरक्षा तक की जिम्मेदारी महिलाओं पर ही है। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर यहां तैनात महिलाओं ने बेबाकी से अपने विचार व्यक्त किए।
कहा कि नेतृत्व करना चुनौती से कम नहीं, लेकिन अच्छा लगता है...। अब यह काम का हिस्सा बन चुका है। सभी के सहयोग से सहजता से सभी काम होते हैं। बता दें कि स्टेशन पर आरक्षण में छह, बुकिंग में पांच, टीटी एक, सफाई कर्मी दो और आरपीएफ में दस महिला सिपाही हैं। आरपीएफ इंस्पेक्टर प्यारेलाल बताते हैं कि गोविंदपुरी स्टेशन जीएमसी के अधिकार क्षेत्र में आता है। ऐसे में जूही आरपीएफ थाने से ही बदल-बदलकर तीन महिला सिपाहियों की ड्यूटी यहां लगाई जाती है।
- गोविंद पुरी रेलवे स्टेशन ने आठ मार्च 2018 को महिला स्टेशन के रूप में काम करना शुरू किया था, तब से यहां महिलाएं ही सभी जिम्मेदारियां संभाल रही हैं। कोविड संक्रमण के दौरान स्थितियां जरूर विपरीत थीं लेकिन महिला स्टाफ ने बढ़ चढ़कर अपने कर्तव्य का निवर्हन किया। -नेहा मिश्रा, स्टेशन अधीक्षक गोविंदपुरी
- दिन में हमारी ड्यूटी लगती है, किसी तरह की कभी कोई समस्या नहीं आयी। जीएमसी का पूरा क्षेत्र खुला है ऐसे में हर समय चौकसी रखनी पड़ती है। कोविड के दौरान काफी मुश्किलें आयीं थी, लेकिन सबके सहयोग और समन्वय से मदद मिलती है। -प्रिया सिंह, महिला सिपाही आरपीएफ