ये दिखावा कहीं भारी न पड़ जाए : कोरोना से बचाव के यज्ञ में ही तार-तार हुए सारे नियम कायदे
कचहरी परिसर में यज्ञ आयोजित किया गया था। कोविड प्रोटोकॉल के तहत अधिवक्ताओं ने दूरी के नियम को बनाए रखने के लिए इसका आयोजन लॉन में किया था। इतनी सब गंभीरता बरतने के बाद जब यज्ञ में आहुति देने का नंबर आया तो सारे नियम टूट गए।
कानपुर, जेएनएन। कोरोना से बचाव के लिए लोग अपने-अपने तरीके से प्रयास कर रहे हैं। कोई पूजा अर्चना करता है तो कोई हवन और यज्ञ का आयोजन कर रहा है। इसके साथ ही समझदार लोग कोविड नियमों को कड़ाई से पालन भी करते हैं, लेकिन कचहरी में हुए कोरोना वायरस निवारण यज्ञ में कोविड नियमों की तो अनदेखी हुई ही यज्ञ में आहुति देने पर सारे नियम भी टूट गए।
कोरोना संक्रमण से जन जन को निजात दिलाने के लिए कचहरी परिसर में यज्ञ आयोजित किया गया था। कोविड प्रोटोकॉल के तहत अधिवक्ताओं ने दूरी के नियम को बनाए रखने के लिए इसका आयोजन लॉन में किया था। इतनी सब गंभीरता बरतने के बाद जब यज्ञ में आहुति देने का नंबर आया तो सारे नियम टूट गए। यज्ञ के चारों ओर मौजूद अधिवक्ता आहुति देने में सब भूल गए।
एक दूसरे से सटकर खड़े अधिवक्ताओं ने मंत्रोच्चार के बीच वायरस खत्म करने की आहुति तो दी लेकिन कोरोना को शांत करने के चक्कर में शारीरिक दूरी का नियम टूटता चला गया। कुछ अधिवक्ताओं ने तो मास्क भी नहीं लगा रखे थे। यज्ञ में आहुति देने के बाद अधिवक्ता ही बोले जिसे शांत करने के लिए यज्ञ किया गया कहीं वह नियमों की अनदेखी से भड़क न जाए। जिसके बाद महामंत्री ने सभी को नियम के मुताबिक दूरी बनाने की बात कही। इससे पहले कोविड में मृत हुए अधिवक्ताओं को श्रद्धांजलि दी गई। इस कार्यक्रम में भी कोविड के नियमों की खूब अनदेखी हुई।