डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कानपुर में दी 732 करोड़ रुपये के विकास कार्यो को मिली मंजूरी
जिला योजना समिति की बैठक में गुरुवार को डिप्टी सीएम और जिले के प्रभारी मंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने बजट को मंजूरी दी।
जागरण संवाददाता, कानपुर : जिला योजना समिति की बैठक में गुरुवार को डिप्टी सीएम और जिले के प्रभारी मंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने 732 करोड़ रुपये के बजट को मंजूरी दी। इस राशि से गावों में सड़क, पुल, पुलिया, शौचालय, पंचायत भवन, छात्रवृत्ति वितरण, अस्पतालों की स्थापना, प्रधानमंत्री आवास निर्माण समेत विभिन्न कार्य किए जायेंगे। बैठक में उपमुख्यमंत्री ने चालू वित्तीय वर्ष में कम बजट मिलने पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि बजट पास हो जाने के बाद सिर्फ पत्र लिखने से काम नहीं चलेगा। पैरवी करें और बजट लाकर काम भी कराएं।
इससे पहले उन्हें बताया गया कि चालू वित्तीय वर्ष का बजट भी 732 करोड़ रुपये था, लेकिन अब तक सिर्फ 328 करोड़ रुपये ही मिले हैं। इस पर उपमुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार के पास बजट की कमी नहीं है। प्रमुख सचिव से मिलें जरूर धनराशि मिलेगी। अफसरों ने सड़क और पुल निर्माण पर 160 करोड़ का बजट उनके सामने रखा। इस पर उप मुख्यमंत्री ने कहा कि बजट पास होने के बाद तेजी से काम भी कराएं। ग्रामीण क्षेत्रों में शौचालयों के निर्माण व स्वच्छता के अन्य कार्यो पर 66 करोड़ रुपये खर्च का प्रस्ताव दिया गया। बैठक में औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना, उच्च शिक्षा राज्य मंत्री नीलिमा कटियार, जिला पंचायत अध्यक्ष पुष्पा कटियार, एमएलसी सलिल विश्नोई, विधायक सुरेंद्र मैथानी, अभिजीत सिंह सागा , उपेंद्र कुशवाहा, इरफान सोलंकी, सोहिल अख्तर अंसारी, महेश त्रिवेदी , डीएम आलोक तिवारी, नगर आयुक्त अक्षय त्रिपाठी, सीडीओ डॉ. महेंद्र कुमार उपस्थित रहे।
सोलर लाइटों की जाच होगी
सोलर लाइटों के लिए बजट पास करने का प्रस्ताव आया तो एमएलसी अरुण पाठक, विधायक अभिजीत सिंह सागा और अन्य सदस्यों ने कहा कि जो भी लाइटें लगती हैं वह थोड़े दिन बाद ही बंद हो जाती है। इस पर डिप्टी सीएम ने डीएम को जांच के आदेश दिए।
नलकूपों की जाच कराएं
गावों में नलकूपों की स्थापना के बाद उनकी मरम्मत न होने का मुद्दा सांसद देवेंद्र सिंह भोले ने उठाया। इस पर उप मुख्यमंत्री ने कहा कि जो नलकूप बंद हैं, उनके बारे में बताएं। जब सासद द्वारा दी गई सूची और अधिशासी अभियंता राजकीय नलकूप की सूची में अंतर मिला तो उन्होंने डीएम से कहा कि इसकी जांच कराएं और पता लगाएं कि लापरवाही किस स्तर पर हुई है। आकड़े का खेल न खेलें, काम करके दिखाएं
पीडब्ल्यूडी के बजट पर चर्चा के दौरान उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने अधिशासी अभियंता को फटकार लगाई। उन्होंने कहा कि आंकड़ें का खेल न खेलें। जमीन पर काम करें और जनता को राहत दें। सड़कों के बड़े प्रोजेक्ट बनाकर लाएं। बजट मैं स्वीकृत करूंगा।
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झील और तालाबों का सुंदरीकरण कराएं
शाभी गाव स्थित झील का सुंदरीकरण के मुद्दे पर डिप्टी सीएम ने डीएम से कहा कि विभिन्न तालाबों और झील का सुंदरीकरण कराया जाए। जिला पंचायत सदस्य राज नारायण कुरील ने नलकूपों के लिए अनुदान न मिलने का मुद्दा उठाया वहीं जितेंद्र प्रताप सिंह ने गांवों में कैटिल कैचिंग दस्ते की व्यवस्था करने को कहा। डिप्टी सीएम ने डीएम से सीएसआर फंड से व्यवस्था करने को कहा है।
इन कार्यो के लिए पास हुआ बजट
- पीएम आवास योजना के छह हजार गरीबों को आवास मिलेगा। इसके लिए 72 करोड़ रुपये मंजूर किया गया।
- पूर्व दशम और दशमोत्तर के छात्रों के लिए 23.45 करोड़ रुपये छात्रवृत्ति स्वीकृत की गई।
- 71.36 करोड़ रुपये विधवा, वृद्धा, दिव्याग पेंशन देने के लिए स्वीकृत किया गया।
- रोजगार सृजन के लिए 77.45 करोड़, पेयजल के लिए 44.15 करोड़ रुपये मंजूर किया गया।
- शिक्षा विभाग के लिए 87.66 करोड़ रुपये का बजट पास किया गया।
स्वास्थ्य सेवाओं पर खर्च होंगे 24 करोड़
एलोपैथिक, होम्योपैथिक और आयुर्वेदिक एवं युनानी चिकित्सालयों की स्थापना के लिए 24.14 करोड़ रूपये मंजूर किया गया। इस राशि से अस्पतालों की स्थापना और सुविधाओं के विकास पर खर्च किया जाएगा।