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28 बच्चों को बाल सेवा योजना का मिला स्वीकृति पत्र

उप्र मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के शुभारंभ अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के भाषण का सजीव प्रसारण किया गया।

By JagranEdited By: Published: Fri, 23 Jul 2021 02:10 AM (IST)Updated: Fri, 23 Jul 2021 02:10 AM (IST)
28 बच्चों को बाल सेवा योजना का मिला स्वीकृति पत्र
28 बच्चों को बाल सेवा योजना का मिला स्वीकृति पत्र

जासं, कानपुर : उप्र मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के शुभारंभ अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के भाषण का सजीव प्रसारण कलेक्ट्रेट सभागार में किया गया। बच्चों और जनप्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री के भाषण को सुना। कलेक्ट्रेट में योजना का शुभारंभ उच्च शिक्षा राज्य मंत्री नीलिमा कटियार ने किया। निराश्रित 28 बच्चों योजना का स्वीकृति पत्र प्रदान किया गया।

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उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के मार्ग दर्शन एवं प्रेरणा से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस योजना का शुभारंभ किया है। कोविड के दौरान जिन बच्चों के माता-पिता या उनके संरक्षक की मृत्यु हो गयी है, ऐसे निराश्रित बच्चों के संरक्षण व कल्याण के लिए यह योजना बहुत ही उपयोगी है।

निराश्रित बच्चों को प्रदेश सरकार द्वारा प्रति माह चार हजार रुपये दिए जाएंगे। उनके 18 साल के होने तक सरकार उनकी देखभाल भी करेगी। तीन माह की राशि प्रत्येक बच्चे के खाते में भेज दी गई है। निराश्रित बेटियां, जिनकी उम्र 18 वर्ष हो गई है उनकी शादी के लिए 1.1 लाख रुपये दिए जाएंगे।

कार्यक्रम में विधायक सुरेन्द्र मैथानी, भगवती प्रसाद सागर, राज्य महिला आयोग की सदस्य पूनम कपूर व रंजना शुक्ला, डीएम आलोक तिवारी, नगर आयुक्त अक्षय त्रिपाठी, सीडीओ महेंद्र कुमार, एसपी आउटर अष्टभुजा प्रसाद, एडीएम सिटी अतुल कुमार, पुलिस उपायुक्त श्रीमती रवीना त्यागी, उप निदेशक महिला कल्याण श्रुति शुक्ला, जिला प्रोबेशन अधिकारी अभय कुमार उपस्थित रहे।

विश्वविद्यालय में दो सौ कर्मचारियों हुए इधर से उधर

कानपुर : छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय में पहली बार एक साथ दो सौ कर्मचारियों को इधर से उधर किया गया है। कुलपति कार्यालय से लेकर प्रशासनिक भवन तक विभिन्न कार्यालयों में कार्यरत तृतीय व चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के पटल बदले गए हैं। एक सीट पर तीन साल से अधिक समय तक कार्य करने वाले सभी कर्मचारियों को दूसरी जिम्मेदारियां दी गई हैं। इसके अलावा काम की निपुणता के अनुसार भी कर्मचारियों को कई विभागों से जोड़ा गया है।


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