कानपुर : शहनाई की गूंज के बीच मंडप से एक साथ विदा हुईं 12 बेटियां, सात फेरों संग ली आठवीं शपथ
सिविल लाइंस स्थित सेलिब्रेशन लान में आयोजित समारोह में शहनाई की गूंज और मंत्रोच्चारण के बीच 12 बेटियों का विवाह संपन्न कराया गया। नवविवाहित जोड़ों को कन्या भ्रूण हत्या न करने की शपथ दिलाई गई और 100 से ज्यादा तरह के उपहार देकर विदा किया गया।
कानपुर, जागरण संवाददाता। शहनाई की गूंज और मंत्रोच्चारण के बीच अपने-अपने जीवन साथी के साथ सात फेरे लेकर मंडप से 12 बेटियां एक साथ विदा हुईं तो सभी आंखें भीग गईं। नव दंपती ने सात फेरों संग आठवीं शपथ कन्या भ्रूण हत्या न करने की ली। श्री महाराजा अग्रसेन वंशज सभा की ओर से आयोजित 25वें सामूहिक विवाह समारोह में वैदिक रीति-रिवाज से वर-वधू ने सात फेरे लिए। नव विवाहित जोड़ों को 100 से ज्यादा तरह का उपहार व आशीर्वाद देकर विदा किया गया।
सिविल लाइंस स्थित सेलिब्रेशन लान में आयोजित सामूहिक विवाह समारोह में सभा के सदस्यों ने द्वारचार कर वर पक्ष का स्वागत किया। कन्याओं को सजाने का काम सभा की महिला समिति ने किया। संयोजक आलोक अग्रवाल ने समाज के 22 दानदाताओं की ओर से 25 वर्षों से दिए जा रहे अमूल्य योगदान पर सम्मानित किया। उन्होंने सभा के अध्यक्ष गोविंद प्रसाद अग्रवाल, महामंत्री गोपाल अग्रवाल, विजय अग्रवाल, उमेश चंद्र अग्रवाल, मधुप अग्रवाल, अनुराग सहित कई सहयोगियों को सम्मानित किया। सभा के संरक्षक महेन्द्र मोहन गुप्त, अनिल अग्रवाल, मुरारी लाल अग्रवाल, इंद्र कुमार पोद्दार सहित वरिष्ठ पदाधिकारियों ने बेटियों को सफल गृहस्थ जीवन का आशीष दिया। पंडित विनय गौड़ सहित आचार्यों ने अलग-अलग पंडाल में वैवाहिक रस्में पूरी कराई। सभा की ओर से हर जोड़ें को आभूषण और गृहस्थ जीवन के 100 से ज्यादा उपहार प्रदान किए गए। वर और वधू पक्ष के लोगाें ने समारोह के बाद स्वादिष्ट व्यंजन ग्रहण किया। विदाई से पहले सभा की ओर से वैवाहिक प्रमाण पत्र देकर नवयुगलों को कन्या भ्रूण हत्या न करने की शपथ दिलाकर समाज को संदेश दिया गया।
25 वर्ष पहले मां फिर बेटी का हुआ विवाह : श्री महाराजा अग्रसेन वंशज सभा की ओर से 25 वर्ष पहले दिव्यांग हेमा अग्रवाल और पिछले वर्ष उनकी बेटी सोनाली का विवाह संपन्न हुआ था। मां-बेटी ने पंडाल पर पहुंचकर सभा के पदाधिकारियों का धन्यवाद दिया और कहा कि उनकी इस पहल से सैकड़ों बेटियों का जीवन संवार रहा है।
इन जोड़ों ने लिए सात फेरे : शीला ने प्रवीन, सौम्या ने हिमांशु, अपूर्वा ने शिवम, रक्षा ने अंकित, सोनम ने सतीश, आरती ने हर्षित, रश्मि ने सुमित, अनीता ने अंकुर, साक्षी ने हरिओम, नंदनी ने गौरव, मुस्कान ने विशाल और कृतिका ने सुमित संग सात फेरे लिए।