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जाम से जूझे तो ढहाई बंद गंगा पुल की दीवार

-दो घंटे तक निकले वाहन कैंट पुलिस ने बैरीकेडिग लगा 12 बजे बंद किया पुल

By JagranEdited By: Published: Fri, 26 Nov 2021 09:09 PM (IST)Updated: Fri, 26 Nov 2021 09:09 PM (IST)
जाम से जूझे तो ढहाई बंद गंगा पुल की दीवार

जागरण टीम, कानपुर/शुक्लागंज : साढ़े सात माह से बंद चल रहे शुक्लागंज के पुराने गंगापुल पर शुक्रवार को नवीन पुल के जाम में फंसी भीड़ का गुस्सा फूट पड़ा। कैंट के झाड़ी बाबा पड़ाव आरओबी निर्माण को लेकर सुबह आठ बजे एक तरफ से रास्ता बंद कर दिया गया। दूसरी तरफ से दोनों ओर के वाहनों के निकलने से जाम लग गया। नवीन गंगापुल पर दो घंटे तक लगे भीषण जाम से गुस्साई भीड़ बंद पुल पहुंच गई और दोनों तरफ उठाई गई पांच फीट ऊंची दीवार ढहा कर पुल से आवागमन चालू कर दिया। सुबह दस बजे से दोपहिया और चारपहिया वाहन पुराने पुल से फर्राटा भरने लगे। दो घंटे बाद कैंट पुलिस ने बैरीकेडिग कराकर फिर से पुल पर यातायात बंद कराया। पुलिस ने शुक्लागंज की ओर से आए वाहनों को लौटा दिया। वहीं सांसद सत्यदेव पचौरी ने पुल का निर्माण कार्य देखकर परियोजना प्रबंधक को तेजी से काम कराने के निर्देश दिए।

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सरैया क्रासिग पर भी लगा जाम

सरैया रेलवे क्रासिग पर शुक्रवार दोपहर लगभग एक बजे जल्दी निकलने के चक्कर में जाम लग गया। इसी समय दो ट्रेनें निकलने से क्रासिग लगभग 10 मिनट तक बंद रही। वहीं शुक्लागंज से वाहन बैराज मार्ग से होकर जाने लगे, जिससे क्रासिग पर मरहला छोर की तरफ और लंबी कतार लग गई। जैसे ही क्रासिग खुली, जल्दी निकलने के चक्कर में वाहन फंसते गए। यहां आधे घंटे तक राहगीरों को जाम से जूझना पड़ा।

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20 किमी का चक्कर काटकर गए लोग

कैंट में बन रहे आरओबी निर्माण कार्य के दौरान शुक्रवार सुबह एक छोर पर सेतु निगम ने बैरीकेडिग लगा रास्ता बंद कर दिया। स्टेटस क्लब के बगल से संकरे रास्ते पर दोनों तरफ के वाहन आवागमन करने लगे। जरा ही देर में जाम ने विकराल रूप धारण कर लिया। हालत यह रही कि वाहन सवार 20 किमी का चक्कर लगाकर जाजमऊ व गंगा बैराज के रास्ते से होकर कानपुर गए।

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बच्चों की छूटी परीक्षाएं, कई दफ्तर नहीं जा पाए

शुक्लागंज से कानपुर बड़ी तादाद में लोग आते हैं, जिसमें स्कूली बच्चे भी शामिल हैं। जाम में फंसने से कई छात्र-छात्राएं परीक्षा देने के लिए स्कूल ही नहीं पहुंच सके। वहीं बड़ी संख्या में लोग अपने प्रतिष्ठान और दफ्तर नहीं जा पाए। कई घंटे जाम में फंसने के बाद लोगों को मायूस होकर बैरंग वापस लौटना पड़ा।

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ये करते तो हालात नहीं होते विकराल

- कैंट स्टेटस क्लब के पास निर्माणाधीन पुल के दोनों तरफ के रास्ते चौड़े कराकर सड़क बनाई जानी चाहिए थी।

- कैंट बोर्ड दफ्तर से एक रास्ता पार्क से होते हुए नवीनपुल के पास निकलता है। उस रास्ते को ठीक कराया जाना चाहिए था।

- नवीन गंगापुल से गोलाघाट मोड़ तक दोनों तरफ निर्माण कार्य के लिए रखे गए गार्डर व रेलिग हटाई जानी चाहिए थी।

- रात में ट्रैफिक का दबाव कम होता है। लिहाजा सेतु निगम को अधिकांश काम रात के वक्त करना चाहिए था।

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बोले जिम्मेदार

पुराना गंगापुल बंद होने व आरओबी निर्माण को लेकर जनता बेहद त्रस्त थी। इस पर आक्रोशित भीड़ ने बंद पुल की दीवार तोड़ दी। सुबह सिटी मजिस्ट्रेट और पुलिस को भेजकर जाम खुलवाया था।

पंकज गुप्ता, सदर विधायक उन्नाव

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नवीनपुल पर जाम न लगे इसके लिए सिटी मजिस्ट्रेट को लगाया है। कैंट छोर पर संकरे रास्ते को चौड़ा कराया गया है, जिससे दो गाड़ियां एक साथ निकलने लगी हैं। जाम का समाधान कराया जा रहा है।

रवींद्र कुमार, जिलाधिकारी उन्नाव

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जानकारी मिलते ही छावनी पुलिस को भेजकर पुल को बंद कराने के साथ फंसे हुए वाहनों को निकलवाया गया। डीएम और एसपी उन्नाव से बात की गई है ताकि आगे से ऐसी घटना की पुनरावृत्ति न हो।

असीम अरुण, पुलिस आयुक्त

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पुल के पास एक चहारदीवारी को चार फीट पीछे करने के लिए कई बार पत्राचार पुलिस विभाग से किया जा चुका है। बिना बाउंड्रीवाल टूटे जाम की समस्या का समाधान नहीं हो सकता है।

केएन ओझा, परियोजना प्रबंधक सेतु निगम


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