रोटोमैक के नाम से बनाई 22 कंपनियां, बिना गारंटर और इंट्रोड्यूसर के खोले बैंक खाते
बिना गारंटर या इंट्रोड्यूसर के कई खाते खोले जाने की पुष्टि एक बैंक अधिकारी ने भी की। उन्होंने यह भी बताया कि कुछ और बैंकों में भी ऐसे खाते मिले हैं।
कानपुर (जेएनएन)। वर्तमान समय में रोटोमैक ग्लोबल की बकाएदारी को लेकर सीबीआइ, ईडी और आयकर विभाग की जांच चल रही है लेकिन रोटोमैक के नाम से कंपनी रजिस्ट्रार कार्यालय में 22 कंपनियां पंजीकृत हैं। इन कंपनियों की जानकारी करने तमाम लोग कार्यालय पहुंच रहे हैं। रोटोमैक के संबंध में इस समय तमाम लोग जानकारी पाना चाह रहे हैं। इनमें से करीब-करीब सभी के कंपनी में कोई ना कोई हित हैं लेकिन इनके सामने सबसे बड़ी समस्या यह आ रही है कि रोटोमैक के नाम पर 22 कंपनियां हैं। विभागीय अधिकारी जब लोगों से यह पूछते हैं कि वे रोटोमैक की किस कंपनी के बारे में जानना चाहते हैं तो वे परेशान हो जाते हैं। अधिकारियों के मुताबिक रोटोमैक के नाम से वे कंपनी सर्च करते हैं तो 22 कंपनी सामने आती हैं जो यहां पंजीकृत हैं। ऐसे में बहुत से लोग यह नहीं बता पाते कि आखिर वे किस कंपनी की बात कर रहे हैं।
2014 में बिना गारंटर और इंट्रोड्यूसर के खोले गए थे खाते
गलत दस्तावेज देकर बैंकों के कंसोर्टियम से अरबों रुपये का कर्ज लेने और उसे अदा न करने के मामले में सीबीआइ और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की कार्रवाई का सामना कर रहे विक्रम कोठारी और उनके परिवार के सभी बैंक खाते सीबीआइ ने अपने रडार पर ले लिए हैं। आयकर के संबद्ध और ईडी के फ्रीज किए गए 11 खातों से इतर करीब तीन दर्जन खातों को बिना किसी गारंटर या इंट्रोड्यूसर के खोला गया था। सीबीआइ ने इन खातों को खोलने वाले अधिकारियों के नाम भी मांगे हैं। ये खाते 2014-15 में खोले गए थे।
3695 करोड़ रुपये की देनदारी के मामले में सीबीआइ और ईडी की टीम ने सोमवार को छापेमारी की थी और मंगलवार को विक्रम कोठारी और उनके बेटे राहुल कोठारी को दिल्ली ले गए थे। बुधवार सुबह सीबीआइ की टीम के दो अधिकारी फिर से कोठारी के तिलक नगर स्थित आवास पहुंचे और उनकी पत्नी को लेकर स्वरूप नगर स्थित एक पान मसाला कारोबारी के घर तक गए लेकिन टीम वहां दरवाजे से तुरंत लौट आई है। इसके बाद टीम कुछ बैंकों में गई और खातों की पड़ताल की। बिना गारंटर या इंट्रोड्यूसर के कई खाते खोले जाने की पुष्टि एक बैंक अधिकारी ने भी की। उन्होंने यह भी बताया कि कुछ और बैंकों में भी ऐसे खाते मिले हैं। सीबीआइ ने इन खातों की जानकारी के साथ इन्हें खोलने वाले लोगों की जानकारी मांगी है।
विक्रम की पत्नी की तबीयत खराब, डॉक्टर बुलाए गए
विक्रम कोठारी और राहुल कोठारी को सीबीआइ के ले जाने के बाद से बंगले में सन्नाटा है। कुछ परिजन जरूर आए लेकिन थोड़ी देर रुककर चले गए। बुधवार सुबह करीब दस बजे विक्रम कोठारी की पत्नी साधना कोठारी की तबीयत बिगड़ गई। इस पर डॉक्टर को बुलाया गया। डॉक्टर करीब एक घंटे तक घर में रुके और उनका चेकअप किया। बंगले से जुड़े एक शख्स ने बताया कि विक्रम और राहुल कोठारी से दिल्ली में पूछताछ जारी रहने की सूचना के बाद तबीयत बिगड़ी। डाक्टर के दवा देने के बाद उनकी स्थिति सही हुई।