लाल इमली के बचे हुए काम कराने के लिए छह दिन का समय, चेतावनी के बाद कोरोनाकाल में भी रोज खुल रहा ऑफिस
कई कर्मचारी ऐसे हैं जिनके लिए दो वक्त की रोटी जुटाना मुश्किल है। अब बीआइसी चेयरमैन के साथ हुई वार्ता के दौरान काम खत्म करने का जो समय अधिकारियों को दिया गया था उसमें महज छह दिन बचे हुए हैं।
कानपुर, जेएनएन। लाल इमली बंद होने वाली है। उसे बंद करने के लिए इंटर मिनिस्ट्रियल कमेंट्स प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। ब्रिटिश इंडिया कॉरपोरेशन के तहत आने वाली लाल इमली के बचे हुए काम पूरा करने के लिए अधिकारियों के पास महज छह दिन का समय बचा है। अधिकारियों को काम समाप्त करने के लिए मिली चेतावनी के बाद रोज ऑफिस खुल रहा है। चेयरमैन से हुई अधिकारियों की वार्ता के तहत बीआइसी कर्मचारियों को बकाया वेतन, लिव इनकैशमेंट व एरियर जल्द मिल सकता है। लाला इमली के कर्मचारी तीन साल से वेतन की राह देख रहे हैं। उधर, इसकी जमीन बेचने के मामले में पेंच फंसे हुए हैं।
सीबीआइ व विजलेंस जांच चल रही है। इन सबके बीच बदहाली की कगार पर खड़ी लाल इमली के अधिकारियों को पूर्व अधिकारियों के बंगले खाली कराने, किराए पर उठे आवास खाली कराने व वित्तीय लेखा जोखा दुरूस्त करने के लिए एक निश्चित समय दे दिया गया है। चेयरमैन बलराम कुमार ने अधिकारियों से कहा है कि अगर वह समय पर अपना काम खत्म नहीं करते हैं तो उनका वेतन व दूसरे देय फंस सकते हैं। मिल बंद होने वाली है।
इसकी संस्तुति हो चुकी है। लाल इमली कर्मचारी संघ के अध्यक्ष अजय कुमार ने बताया कि अधिकारियों को दो बार काम समाप्त करने के निर्देश दिए जा चुके हैं। दो बार वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए चेयरमैन ने उनसे वार्ता की थी। वहीं कर्मचारियों का मामला भी लटका हुआ है। कई कर्मचारी ऐसे हैं जिनके लिए दो वक्त की रोटी जुटाना मुश्किल है। अब बीआइसी चेयरमैन के साथ हुई वार्ता के दौरान काम खत्म करने का जो समय अधिकारियों को दिया गया था उसमें महज छह दिन बचे हुए हैं। इसके बाद यहां पर कार्यरत 550 अधिकारियों व कर्मचारियों को वेतन दिए जाने की प्रक्रिया शुरू होने की संभावना है।