140 जाति प्रमाण पत्र भी फर्जी पते पर बने
जेएनएन कानपुर शादी अनुदान के धन की बंदरबांट के लिए लेखपालों ने सिर्फ आय प्रमाण पत्र के साथ पते भी फर्जी थे।
जेएनएन, कानपुर : शादी अनुदान के धन की बंदरबांट के लिए लेखपालों ने सिर्फ आय प्रमाण पत्र ही फर्जी पते पर नहीं बनाए बल्कि उन्होंने जाति प्रमाण पत्र बनाने में भी खेल किया है। शादी अनुदान के जो 362 अपात्र मिले हैं उनमें ये 140 के अनुसूचित जाति के लोग हैं और उनका जाति प्रमाण पत्र भी गलत पते पर बना है। इन लोगों के आय प्रमाण पत्र भी उसी पते पर बने हैं, जिस पते से जाति प्रमाण पत्र बनाया गया है।
एसडीएम सदर ने करीब साढ़े पांच सौ शादी अनुदान के फार्मों का सत्यापन कराया था। ये वे आवेदन थे जिन पर शादी अनुदान की राशि भेजी नहीं गई थी। हालांकि लेखपालों ने इन आवेदनकर्ताओं को पात्र घोषित कर दिया था। जांच में जब 362 लोग अपात्र मिले तो पता चला कि 300 लोग ऐसे हैं जिनका पता गलत था। जांच रिपोर्ट के आधार पर ही उनके आवेदन को रद किया गया। इन सभी के आय प्रमाण पत्र फर्जी पते पर बने थे क्योंकि ये आवेदनकर्ता उस पते पर रहते ही नहीं, जिस पते से उनका आय प्रमाण पत्र बनाया गया था। इनमें से 140 ऐसे आवेदनकर्ता हैं जो अनुसूचित जाति के हैं और उन सभी के जाति प्रमाण पत्र भी फर्जी मान लिए गए हैं। हालांकि उन्हें अभी रद नहीं किया गया है।
---------------
केस-1 : 27 गज्जूपुरवा की शांति ने बिटिया की शादी के लिए आवेदन किया था। वह अनुसूचित जाति की हैं और उन्होंने आय और जाति प्रमाण पत्र बनवाया था। उनका पता गलत मिला है, इसलिए यह माना गया है कि उनके आय और जाति प्रमाण पत्र भी गलत पते से बने हैं।
---------------
केस-2 : 98 कल्याणपुर कला के राकेश पासवान ने भी बिटिया की शादी के लिए अनुदान लेने के लिए आय और जाति प्रमाण पत्र बनवाया था। जांच में उनका पता भी गलत मिला है। अब सवाल यह है कि गलत पते से आय और जाति प्रमाण पत्र बनाने वाले लेखपालों आखिर कोई जांच क्यों नहीं की।
---------------
केस -3 : 102 कल्याणपुर दो निवासी शिव रतन पासवान का पता भी गलत मिला है। उन्होंने भी आय और जाति प्रमाण पत्र बनाया था। अब उनका पता भी गलत मिला है। ऐसे में उसी पते से बने आय, जाति प्रमाण भी फर्जी माने जाएंगे। उन्हें अब निरस्त किया जाएगा। इंस्पेक्टर वीर सिंह को बनाया कल्याणपुर थाना प्रभारी, कानपुर : कल्याणपुर थाना प्रभारी के कई दिनों से रिक्त चल रहे पद पर चुनाव आयोग की अनुमति मिलने के बाद पुलिस आयुक्त ने नए इंस्पेक्टर को तैनात कर दिया है। मंगलवार को इंस्पेक्टर वीर सिंह ने कार्यभार ग्रहण कर लिया है। बता दें कि पूर्व इंस्पेक्टर जनार्दन प्रताप सिंह को रिश्वत लेने के आरोप में निलंबित कर दिया गया था। पिछले दिनों कल्याणपुर थाना प्रभारी व एक सिपाही पर रिश्वत लेने के आरोप लगे थे। एडीसीपी की जांच रिपोर्ट के बाद पुलिस आयुक्त असीम अरुण ने उनके खिलाफ कार्रवाई की थी। इसके बाद चुनाव आयोग को नई तैनाती के लिए तीन इंस्पेक्टरों के नाम का प्रस्ताव भेजा गया था। चुनाव आयोग की अनुमति मिलने के बाद अब इंस्पेक्टर वीर सिंह को थाना प्रभारी बनाया गया है। अधिकारियों ने बताया कि वीर सिंह इससे पूर्व स्वरूपनगर, बेकनगंज, हरबंशमोहाल, अनवरगंज आदि थानों की कमान संभाल चुके हैं।