आसमान से बरसती आग अन्नदाताओं के लिए बनी मुसीबत, फतेहपुर में 32 बीघा गेहूं की फसल को पहुंची क्षति
हैबतपुर के पीडि़त किसानों का कहना था कि करीब 15 बीघा गेहूं जला है इसके अलावा पांच बीघा कटवाकर खेतों में रखे गए गेहूं के बोझ भी जल गए। खबर पाकर पहुंचे क्षेत्रीय लेखपाल ज्ञान सिंह यादव नीलू यादव अलखनरायण का कहना था 55 बीघा खेत में आग लगी थी
फतेहपुर, जेएनएन। गर्मी का सितम जहां एक ओर लोगों को झुलसा रहा है, वहीं वन और कृषि संपदा भी इससे अछूती नहीं है। चित्रकूट और उत्तराखंड में जल रहे जंगलों के बाद अब गर्मी का असर फतेहपुर के खेतों में भी देखने को मिला है। चटक धूप के बीच हाईटेंशन तारों की चिंगारी से 32 बीघा गेहूं जलकर राख हो गई। खेतों में किसानों ने कटवाकर सैकड़ों गेहूं के बोझ रखवा दिए थे, आग लग जाने से वह भी जल गए। इससे वर्तमान स्थिति ये हो गई है कि अन्नदाता एक बार फिर दाने-दाने को मोहताज हो गए हैं। ऐसे में ग्रामीणों ने प्रशासन से मुआवजे की मांग की है।
प्रथम घटना: बिंदकी कोतवाली के जोनिहां व बिलौना के मध्य अज्ञात कारणों से आग लग गई। चांदपुर थाने के कोठा बखरिया में धीरेंद्र कुमार व गंगा प्रसाद आधा-आधा बीघा खेत जल गया। आग से जोनिहां निवासी त्रिवेणी शंकर, असोथर थाने के बुधरामऊ अंदमऊ में गंगा चौरसिया व लाल कुमार और ललौली थाने के मुरांव गांव में एक किसान की एक-एक बीघा गेहूं की फसल जल गई। बिलौना निवासी मनोज तिवारी की सात बीघा गेहूं की फसल आग की भेंट चढ़ गई। शहर के जोनिहां चौराहा स्थित एक पीपल के पेड़ में आग लगने पर दमकल टीम ने पहुंचकर बुझाया।
द्वितीय घटना: हुसेनगंज थाने के हैबतपुर गांव में दोपहर खेतों में खड़ी गेहूं की फसल में आग लग जाने से निवर्तमान प्रधान स्वामीशरण पाल, राममनोहर लोधी, सत्यप्रकाश शुक्ला, अशर्फीलाल रैदास, गोरेलाल पाल, दिनेश शुक्ला, रामसागर लोधी, हरीलाल लोधी, उदयराम, कामता, छेदीलाल, गनेश, चुन्नू, रामकुमार रैदास, बलराम पाल समेत 15 किसानों के खेत धू-धूकर जलने लगे। दमकल टीम के समय पर न आने से ग्रामीणों ने सबमर्सिबल चलवाकर आग बुझाना शुरू कर दिया। तब तक निवर्तमान प्रधान के ट्यूबवेल का स्टार्टर, तार भी जल गया। दमकल टीम के पहुंचने पर करीब तीन घंटे में आग बुझ सकी।
पांच बीघा के कटे गेहूं के बोझ रखे थे: हैबतपुर के पीडि़त किसानों का कहना था कि करीब 15 बीघा गेहूं जला है इसके अलावा पांच बीघा कटवाकर खेतों में रखे गए गेहूं के बोझ भी जल गए। खबर पाकर पहुंचे क्षेत्रीय लेखपाल ज्ञान सिंह यादव, नीलू यादव, अलखनरायण का कहना था कि करीब 55 बीघा खेत में आग लगी थी, लेकिन 40 बीघा खेत का गेहूं पहले ही कट चुका था, जिसमें सिर्फ भूसा ही था।
झब्बापुर में मवेशीबाड़े में लगी आग: असोथर थाने के झब्बापुर गांव निवासिनी संतरानी पत्नी सूरजपाल पासवान के मवेशीबाड़े पर अचानक आग लग गई। शोर शराबा सुनकर ग्रामीणों ने किसी तरह से आग पर काबू पाया, तब तक पीडि़ता की भैंस व गाय झुलस गई।