निलंबित जेई रामभवन को नहीं पछतावा, पैसा की ताकत का गुरूर
चित्रकूट में बच्चों के यौन उत्पीडऩ चर्चित केस के मुख्य आरोपी निलंबित जेई रामभवन से सीबीआई के टीम ने और बारीकी से पूछतांछ की। आरोपित को अपने किए पर कोई पछतावा नहीं है। उसने कुछ और लोगों के नाम भी बताए जिनकी जल्द गिरफ्तारी हो सकती है।
कानपुर, जेएनएन। चित्रकूट जनपद में बच्चों के यौन उत्पीडऩ चर्चित केस के मुख्य आरोपी निलंबित जेई रामभवन को अपने किए पर कोई पछतावा नहीं है। उसे अपने पैसे की ताकत का गुरूर है। सूत्रों से मिली जानकारी में सीबीआइ से उसने दो टूक कहा है कि फांसी थोड़े हो जाएगी। पैसे के बल उसके वकील बचा लेंगे।
सीबीआइ के डिप्टी एसपी अमित कुमार पांच सदस्यीय टीम के साथ बुधवार की सुबह जिला जेल बांदा पहुंचे और दिल्ली निवासी तीसरे आरोपित को जेल में दाखिल किया। उसको नौ दिन की रिमांड में सीबीआइ दिल्ली ले गई थी। रिमांड के दौरान पूछताछ में उसने काफी राज उगले थे जिसके आधार पर सीबीआइ ने जेल में करीब सात घंटे रामभवन से पूछताछ की।
सूत्र बता्ते हैं कि पूछताछ में रामभवन ने जो बातें बताई है वह उसे किसी पिशाच के कम नहीं बनाती है। उसके घिनौने कृत्य में पत्नी बराबर की सहभागी थी। वह अपनी पत्नी के साथ गैर लोगों से घिनौने कृत्य करवाता था। उसमें खुद भी शामिल रहता था। हवस को लेकर उसमें पागलपन था। इसके लिए प्रयागराज और चित्रकूट के दोस्तों को बुलाया था। जिसमें 14 से 16 साल के करीब पांच किशोर भी शामिल थे।
मानसिक रूप से है ठीक
सीबीआइ ने उसका मानसिक परीक्षण कराया था जिसमें वह स्वस्थ है बताते है कि यौन उत्पीडऩ से दौरान उसका ब्लड़ प्रसर लो हो जाता था। बच्चों के साथ बड़े ही घिनौने कार्य करता था।
और भी केस हो सकते हैं दर्ज
सीबीआइ अभी और भी केस दर्ज कर सकती है सीबीआइ के सूत्र बताते हैं कि पूछताछ में कुछ और लोगों के नाम सामने आए हैं जिसमें चित्रकूट समेत दिल्ली व दूसरे जिले के हैं। जो बातें सामने आई है उसके आधार पर कुछ और केस बनते है जल्द ही दूसरे मामले की भी केस दर्ज हो सकते हैं।