कानपुर में एसबीआइ शाखा के ग्राहक शातिर तरीके से उड़ा देते थे रकम, चोरी के बाद मशीन से कर देते थे छेड़छाड़
जूही के दो व्यक्तियों और किदवईनगर की एक महिला ने मुंबई में की हैङ्क्षकग। एसबीआइ की जांच में सामने आई सच्चाई आरोपितों की तलाश में जुटी पुलिस। मई २०२० में इस मामले का पता लगा तब तीनों ग्राहकों के खिलाफ कोर्ट के आदेश पर रिपोर्ट लिखाई गई है।
कानपुर, जेएनएन। माल रोड स्थित एसबीआइ शाखा के तीन ग्राहकों ने मुंबई सर्किल क्षेत्र के विभिन्न एटीएम से छेड़छाड़ कर करीब ११.७२ लाख रुपये पार कर दिए। रकम हासिल करने के बाद भी आरोपित बैंक में शिकायत करते थे कि एटीएम से पैसा नहीं निकला और खाते से कट गया। इस पर बैंक ट्रांजेक्शन का मिलान करके रकम लौटा देता था। मई २०२० में इस मामले का पता लगा, तब तीनों ग्राहकों के खिलाफ कोर्ट के आदेश पर रिपोर्ट लिखाई गई है।
रकम निकालने के दौरान आरोपित मशीन में छेड़छाड़ कर देते थे
स्टेट बैंक की पीबी शाखा के प्रबंधक के मुताबिक जूही बारादेवी निवासी दीपक कुमार ने बैंक में 18 जुलाई 2015 को, राजकुमार ने पांच जुलाई 2019 को और किदवई नगर निवासी प्रीती गुप्ता ने 23 मई 2019 को बैंक में बचत खाता खुलवाया था। इसके बाद तीनों ने प्रथम लेनदेन को छोड़कर तीन महीनों में मुंबई सर्किल के 10 स्थानों पर विभिन्न एटीएम से से छेड़छाड़ करके नकदी निकालनी शुरू की। दीपक ने २१ बार में ४.०८ लाख, राजकुमार ने 21 बार में 3.98 लाख और प्रीती ने`19 बार में 3.66 लाख रुपये निकाले। रकम निकालने के दौरान आरोपित मशीन में छेड़छाड़ कर देते थे, इससे मशीन में धनराशि डेबिट नहीं दिखाई देती थी। इसके बाद आरोपित बैंक में शिकायत दर्ज कराते थे कि रुपया मेरे खाते से निकल गया है, लेकिन प्राप्त नहीं हुआ है। बैंक, नियमों के तहत रकम खातों में वापस कर देता था।
इनका ये है कहना
थाना प्रभारी संजीवकांत मिश्र ने बताया कि कोर्ट के आदेश पर आरोपितों के खिलाफ धोखाधड़ी, जालसाजी और आइटी एक्ट की धारा में मुकदमा दर्ज किया गया है। विवेचना के बाद कार्रवाई होगी।