CSJMU : इसी सप्ताह आएगा स्नातक प्रथम व द्वितीय वर्ष का रिजल्ट, तैयार हुआ परीक्षार्थियों को डेटा बैंक
यूजीसी की गाइडलाइन के आधार पर प्रमोट किए जाएंगे परीक्षार्थी परीक्षा देने वाले छात्र-छात्राओं का आकलन करने के बाद ही निकाला जाएगा परिणाम।
कानपुर, जेएनएन। छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय (सीएसजेएमयू) से स्नातक प्रथम व द्वितीय वर्ष की परीक्षा में शामिल होने वाले सात लाख छात्र-छात्राओं का रिजल्ट इस सप्ताह जारी करने की तैयारी है। परीक्षाफल का निर्णय विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) की गाइडलाइन के अनुसार होगा। विवि प्रशासन ने इस वर्ष वार्षिक व सेमेस्टर परीक्षाओं में शामिल होने वाले परीक्षार्थियों का डेटा बैंक तैयार कर लिया है। यूजीसी के नियमानुसार आकलन करने के बाद परिणाम निकाल दिया जाएगा।
यूजीसी की गाइडलाइन के अनुसार आकस्मिक परिस्थितियों में परीक्षा में शामिल होने वाले अथवा परीक्षा न दे पाने वाले विद्यार्थियों के लिए प्रमोट किए जाने का अलग नियम है। इसके अलावा जिन विषयों की परीक्षा हो चुकी है, उसमें फेल होने वाले छात्र अगर ऐसी परिस्थितियों में अन्य विषयों की परीक्षा नहीं दे पाए हैं तो अलग नियम हैं। विश्वविद्यालय प्रशासन के अनुसार जितनी परीक्षाएं हो चुकी हैं, उनमें सफल परीक्षार्थियों को ही प्रमोट किया जाता है। बैक पेपर वाले छात्रों को भी अगली कक्षा में जाने का अवसर मिलता है। इसके अलावा हो चुकी परीक्षाओं में अनुत्तीर्ण छात्रों को फेल माना जाता है। यही प्रणाली विश्वविद्यालय प्रशासन भी लागू करेगा।
परफोर्मेंस के आधार पर अंकों का आकलन
प्रमोट करने के नियम के अंतर्गत स्नातक प्रथम वर्ष के छात्रों का स्कोर उनकी अगली कक्षा की परफोर्मेंस पर निर्भर करेगा। उनके अंकों का निर्धारण द्वितीय वर्ष में प्राप्त अंकों के आधार पर होगा। द्वितीय से तृतीय वर्ष में जाने वाले छात्रों के अंकों का आकलन प्रथम वर्ष में प्राप्त अंक करेंगे।
बैठक में हुआ मंथन
कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए हुए लॉकडाउन के कारण बीए, बीएससी व बीकॉम प्रथम, द्वितीय व तृतीय वर्ष की परीक्षाएं नहीं हो सकी थीं। पांच माह बीतने के बाद नए सत्र की तैयारी शुरू हो गई, लेकिन इन परीक्षाओं के परिणाम को लेकर निर्णय नहीं हो पाया। इसी को लेकर मंगलवार को हुई बैठक में मंथन किया गया। प्रथम व द्वितीय वर्ष के छात्रों को अगली कक्षा में नियमानुसार प्रमोट करने के अलावा अंतिम वर्ष के छात्रों की परीक्षाएं कराने पर भी विचार किया गया। कुलसचिव अनिल कुमार यादव अध्यक्षता में हुई बैठक में डीन एकेडमिक्स प्रो. संजय स्वर्णकार, प्रो. नंदलाल, कानपुर विवि शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ. बीडी पांडेय शामिल रहे।